Dictionaries | References

अधिक कोण

   
Script: Devanagari

अधिक कोण

हिन्दी (hindi) WordNet | Hindi  Hindi |   | 
 noun  वह कोण जो नब्बे अंश से बड़ा पर एक सौ अस्सी अंश से छोटा हो   Ex. छात्र अधिक कोण को दो समान कोणों में बाँट रहा है ।
ONTOLOGY:
ज्ञान (Cognition)अमूर्त (Abstract)निर्जीव (Inanimate)संज्ञा (Noun)
SYNONYM:
अधिककोण
Wordnet:
benঅধিককোণ
gujગુરુકોણ
kokविशालकोण
malഅധിക കോണ്‍
marविशालकोन
mniꯑꯣꯕꯇꯌ꯭ꯨꯖ꯭ꯑꯦꯡꯒꯜ
oriଅଧିକ କୋଣ
panਅਧਿਕ ਕੋਣ
urdزاویہٴ منفرجہ

Related Words

अधिक कोण   अधिक-दिन   अधिक   അധിക സമയ   कोण   ਅਧਿਕ ਕੋਣ   অধিককোণ   ଅଧିକ କୋଣ   ગુરુકોણ   അധിക കോണ്‍   विशालकोण   विशालकोन   زاویہٴ منفرجہ   अधिक से अधिक   अधिक-तिथि   अधिक जीना   outlive   अधिक जिवंत राहणें अधिक तमाशे पाहणें   अधिकांत अधिक लोकांचें अधिकांत अधिक हित   अधिक दिन जीना   अधिक समय जीना   दातृत्वापेक्षां दया अधिक   चाकराहून धनी अधिक सूचक   कांकणभर अधिक जास्त   धनिकाहून अधिक मान्य, विद्वज्जन   reflex angle   round angle   perigon   straight angle   कुंकू अधिक होणें   ऋजु कोण   न्यून कोण   पूर्ण कोण   कोण पदार्थ   कोणाचा कोण   और   फुडे उपासु, तांतुईं अधिक मासु   द्रव्यापेक्षां मनीं, सत्य अधिक मानी   bulk   आम्हा बायकांस विचारतो कोण?   चुट्‌टे सर्पा कोण भिता?   कोण तर म्‍हणे कोपरा   लष्करच्या भाकरी कोण भाजील   पुरणाची करंजी, कोण वर्जीं   रानांतलीं झाडां कोण शिंपता?   भुके वखद कोण दिता?   कोण पादलो? फटेकार पादलो   चौघाऽआवय कोण रडता   लबाडाचें खरें कोण मानितो?   अधिक लोभातें धरितो वारंवार हारीस येतो   धनाढयाची द्रव्यसंख्या, त्याहून अधिक त्याची आख्या   पाटाचे पाणी कोण आणी   शब्दांपेक्षां कृतीचा परिणाम लोकांवर शतपटीनें अधिक होतो   आग पाणी अवश्यक, नाही मित्राहून अधिक   मांजरापेक्षां माणसेंच या जगांत अधिक आडवीं येतात   दैव हें देवापेक्षांहि एका मात्रेनें अधिक   रत्नमालेपेक्षां फुलांचीच माळ अधिक जड होते   अधिक उणें ताणूं नये ताणल्यानें पडतें फाटफाट   acute angle   ಯಾರೋ ಒಬ್ಬರು   اور   ఇంకొకటైన   വേറെ   ಇನ್ನಷ್ಟು   आकाश कोसळल्यावर धिगि कोण लायतलो?   म्लेंच्छाचिया बांदौडीः त्यासि कोण फोडी   angle   उपाशागेर कोण खीं शेळें सोत्तालो   ईश्र्वर तारी, त्यास कोण मारी   मोडिल्लया खुर्साक चॅपें कोण काट्टा?   कोणाचा कोण, पितळेचा होन, सांपडला तर शोधतो कोण?   धा जाण आवयक कोण रडनार   देव तारी, त्यास कोण मारी   दर न्हाणाला मखर कोण घालतो   जास्त जगणे   पोपट जों जों अधिक बोलतो तों तों पिंजर्‍यांत पडतो   जों जों राघू बोले तों तों अधिक पिंजर्‍यांत पडे   राघू जितका जितका बोलतो तितका तितका तो अधिक पिंजर्‍यांत पडतो   corner   आई मुलाची तहान भूक जाणती, त्यापेक्षां मुलाला अधिक माहिती   उदक धुता सगल्याक, उदकाक कोण धुतलो?   दुभती म्हैस दऊन गाढव कोण घेतो?   दुभती म्हैस देऊन मूढें गाढव कोण घेतो   हातीं नाहीं दाम, मग कोण करतो काम   होकलेक कोण वाखाण‍तलो होकलेची आवय नाय झाल्यावर !   कमी-अधिक   सबसे अधिक   अधिक-अंग   अधिक अंश   अधिक-अङ्ग   अधिक आवश्यकता   अधिक ज़रूरत   अधिक प्रसंग   अधिक भाग   अधिक-मास   अधिक हुनु   अधिक होणे   अधिक होना   बहुत अधिक   घे गे रांडे वाइण, म्‍हळ्यारि घेत कोण?   
Folder  Page  Word/Phrase  Person

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP