कीर्तिमत् n. (सू. इ.) नृगपुत्र । इसने वैशाख माहात्म्य के बल से यमलोक निर्जन बनाया
[स्कंद.२.७.१२-१३] ।
कीर्तिमत् II. n. उत्तानपाद तथा सुनृता के दो पुत्रों में से कनिष्ठ ।
कीर्तिमत् III. n. भागवत, विष्णु, मत्स्य तथा वायु के मतानुसार देवकी से जनित वसुदेवपुत्र । कंस ने इसका वध किया । यह कृष्ण का बडा भाई था । वादे के अनुसार न मारते हुए कंस ने इसे छोड दिया था, परंतु नारद के उपदेश के कारण बाद में उसने इसे मारा
[भा.९.२४,१०,१] । वायु के मत में यह रोहिणी से उत्पन्न वसुदेवपुत्र है ।