Dictionaries | References

अधिक काळ जगणे

   
Script: Devanagari

अधिक काळ जगणे

मराठी (Marathi) WordNet | Marathi  Marathi |   | 
   See : जास्त जगणे

Related Words

अधिक काळ जगणे   काळ   जास्त जगणे   अधिक-दिन   जास्त काळ जगणे   जगणे   outlive   मुगल काळ   मोगल काळ   पुर्विल्लो काळ   प्राचीन काळ   अधिक जीना   अधिक   അധിക സമയ   खूप जगणे   मौजमस्तीत जगणे   मजेत जगणे   खूप दिवस जगणे   जास्त दिवस जगणे   अधिक से अधिक   अधिक-तिथि   जमाना   अधिक कोण   लांब काळ   आयचो काळ   मुघल काळ   पुरातन काळ   स्वर्ण काळ   अटता काळ   भांगरा काळ   कडू काळ   काळ सोंपिल्लें   सुरवातेचो काळ   चालता काळ   फटकळ काळ   काळ भेटणें   काळ-सोरोप   ठरावीक काळ   हल्लीचा काळ   काळ कंठणें   वर्तमान काळ   मोडता काळ   पापदिशा-काळ   outlast   जीवन   अधिक जिवंत राहणें अधिक तमाशे पाहणें   अधिकांत अधिक लोकांचें अधिकांत अधिक हित   अधिक दिन जीना   अधिक समय जीना   दातृत्वापेक्षां दया अधिक   चाकराहून धनी अधिक सूचक   कांकणभर अधिक जास्त   धनिकाहून अधिक मान्य, विद्वज्जन   कुंकू अधिक होणें   और   वांझ वियोंस, काळ पडोंस   நீண்டநாள் வாழ்   ఎక్కువ సమయం గడుపు   বেশিদিন বাঁচা   ଅଧିକ ବଞ୍ଚିବା   ਵੱਧ ਜਿਉਣਾ   ಹೆಚ್ಚು ಕಾಲ ಜೀವಿಸು   അധികനാൾ ജീവിക്കുക   चड जगप   बांसिन जोर   વધારે જીવવું   काळजीवाहू प्रशासकाचा काळ   फुडे उपासु, तांतुईं अधिक मासु   खायला काळ, भुईस भार   घरच्या म्‍हातारीचा काळ   द्रव्यापेक्षां मनीं, सत्य अधिक मानी   bulk   खायला काळ वा भुईला भार   खाण्याला (खायाला) काळ, भुईला भार   आरंभकाळ   राजप्रतिनिधीकाळ   survive   काळावधी   अधिक लोभातें धरितो वारंवार हारीस येतो   म्हातारी मेल्याचें दुःख नाहीं पण काळ सोकावतो   धनाढयाची द्रव्यसंख्या, त्याहून अधिक त्याची आख्या   शब्दांपेक्षां कृतीचा परिणाम लोकांवर शतपटीनें अधिक होतो   आग पाणी अवश्यक, नाही मित्राहून अधिक   मांजरापेक्षां माणसेंच या जगांत अधिक आडवीं येतात   दैव हें देवापेक्षांहि एका मात्रेनें अधिक   रत्नमालेपेक्षां फुलांचीच माळ अधिक जड होते   अधिक उणें ताणूं नये ताणल्यानें पडतें फाटफाट   वेळ आली पण काळ नाहीं आला   اور   ఇంకొకటైన   വേറെ   ಇನ್ನಷ್ಟು   काळ करित तें कोणाच्यान कर न जो   हालींसर   tense   म्हातारी मेल्याचें दुःख नाहीं पण काळ सोकावता उपयोगी नाहीं   पोपट जों जों अधिक बोलतो तों तों पिंजर्‍यांत पडतो   जों जों राघू बोले तों तों अधिक पिंजर्‍यांत पडे   राघू जितका जितका बोलतो तितका तितका तो अधिक पिंजर्‍यांत पडतो   आई मुलाची तहान भूक जाणती, त्यापेक्षां मुलाला अधिक माहिती   
Folder  Page  Word/Phrase  Person

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP