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सोइ रसना , जो हरि -गुन ...

नाम महिमा - सोइ रसना , जो हरि -गुन ...

भगवन्नामकी महिमा अपरंपार है, नामोच्चारसे जीवनके पाप नष्ट हो जाते है ।


सोइ रसना, जो हरि-गुन गावै ।

नैननिकी छबि यहै चतुरता, जो मुकुन्द मकरन्दहि ध्यावै ॥१॥

निर्मल चित्त तो सोई साँचौ,कृष्ण बिना जिहि और न भावै ।

स्त्रवननकी जू यहै अधिकाई, सुनि हरि कथा सुधारस पावै ॥२॥

कर तेई जे स्यामहिं सेवैं, चरननि चलि वृन्दावन जावै ।

सूरदास जैयै बलि वाके, जो हरि जू सौं प्रीति बढ़ावै ॥३॥

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Last Updated : January 22, 2014

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