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हांतरण्याला गरम पांघरण्याला नरम, मग निजण्याला कां वाटावी शरम?

   
Script: Devanagari
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हांतरण्याला गरम पांघरण्याला नरम, मग निजण्याला कां वाटावी शरम?

   सर्व यथास्थित असल्यावर मनुष्यानें चैन करण्यास काय हरकत आहे ?

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