Site Search Input language: Select language देवनागरी Roman Kannada Bengali/Bangla Gurmukhi Gujarati Site Search Google Search Search results Results does not include Ancestry or QnA (Prashna) अपहृति अलंकारः - लक्षण ३ रसगंगाधर ग्रंथाचे लेखक पंडितराज जगन्नाथ होत. व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे. Tags: rasagangadhar, रसगंगाधर, व्याकरण, संस्कृत, grammer Type: PAGE | Rank: 0.03308592 | Lang: NA ससंदेहालंकारः - लक्षण ११ रसगंगाधर ग्रंथाचे लेखक पंडितराज जगन्नाथ होत. व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे. Tags: rasagangadhar, रसगंगाधर, व्याकरण, संस्कृत, grammer Type: PAGE | Rank: 0.02835936 | Lang: NA copper Meanings: 23; in Dictionaries: 11 Tags: তামার মুদ্রা, পণ, द्यु-मणि, पण, पण, द्यु-मणिः Type: WORD | Rank: 0.02835936 | Lang: NA lotus Meanings: 4; in Dictionaries: 3 Tags: পদুম, কমল, পদ্ম, পংকজ, পঙ্কজ, উৎপল, কুমুদ, নীৰজ, পুষ্কৰ, ইন্দিবৰ, অম্বুজ, অব্জ, কৈৰব, অম্ভোজ, কহ্লাৰ, কুবলয়, কুৱলয়, কুমুদী, শতদল, অৰবিন্দ, নলিন, ৰাজীৱ, ্শ্রীপর্ণ, নলিনী, পদ্মিনী, কমলিনী, সৰোজ, সৰসিজ, সৰোৰুহ, পুণ্ডৰীক, সলিলজ, फामि, फामे, थब्ल बिबार, কুঁদগাছ, কুন্দগাছ, পদ্ম, কমল, শতদল, পঙ্কজ, পুষ্কর, নীরজ, অম্বুজ, ইন্দিবর, કમળ, પંકજ, જલજ, અબજ, અંબુજ, અંભોજ, પદ્મ, નલિન, અરવિંદ, મહોત્પલ, સહસ્ત્રપત્ર, શતદલ, વારિજ, શતપત્ર, કુશેશય, તામરસ, સારસ, સરોજ, પુષ્કર, પુંડરીક, કુવલય, કુંજ, મકરંદી, પંકેરૂહ, સરસિરૂહ, બિહ, પ્રસૂન, मकरंद, मकरन्द, कुंद, कुन्द, कमल, कँवल, पंकज, नीरज, पंकजात, पंकजन्मा, पुष्कर, अंज, अंभोज, अम्भोज, इंदीवर, इन्दीवर, इंदंबर, इन्दम्बर, अंबुज, पाथोज, पद्म, अम्बुज, वारिरुह, प्रफुला, प्रफुल्ला, जलेज, जलेजात, शृंग, श्रीवास, श्रीवासक, पयोज, जलरुह, श्रीगेह, श्रीधाम, शशिपुष्प, शतपत्र, रविनाथ, रवींद, रवीन्द, नलिन, वारिज, शतदल, पंकेज, पंकेरुह, तामरस, مکرند, پَمپوش, साळीक, कमळ, താമര , कुंद, कुंदा, कमळ, कमल, पङ्कज, नीरज, पङ्कजात, पङ्कजन्मा, पुष्कर, अङ्ज, अङ्भोज, अम्भोज, पद्म, अम्बुज, प्रफुला, प्रफुल्ला, शृंग, श्रीवास, श्रीवासक, ପଦ୍ମ, କମଳ, ପଙ୍କଜ, ନୀରଜ, ଅମ୍ବୁଜ, ଇନ୍ଦୀବର, ନଳୀନ, ବାରୀଜ, ଶତଜଳ, ਕਮਲ, ਕਵਲ, ਪੰਕਜ, ਨੀਰਜ, कमलम्, अरविन्दम्, सरसिजम्, सलिलजम्, राजीवम्, पाथोजम्, नलम्, नलिनम्, अम्भोजम्, अम्बुजन्म, अम्बुजम्, श्रीः, अम्बुरुहम्, अम्बुपद्मम्, सुजलम्, अम्भोरुहम्, पुष्करम्, सारसम्, पङ्कजम्, सरसीरुहम्, कुटपम्, पाथोरुहम्, वार्जम्, तामरसम्, कुशेशयम्, कञ्जम्, कजम्, शतपत्रम्, विसकुसुमम्, सहस्रपत्रम्, महोत्पलम्, वारिरुहम्, पङ्केरुहम्, தாமரை, தாமரைப்பூ, கமலம், அம்புஜம், அம்புயம், பங்கஜம், பங்கயம், பதுமம், புண்டரிகம், తామరపువ్వు, కమలము, పంకజము, అంబుజము, సారంగము, కుముదము, అంబురుహము, అరవిందము, ఇందీవరము, ఉదజము, కంజాతము, مکرند, کُند, کنول, گل نیلوفر, کنار Type: WORD | Rank: 0.01654296 | Lang: NA उपमालंकार - लक्षण ३१ रसगंगाधर ग्रंथाचे लेखक पंडितराज जगन्नाथ होत. व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे. Tags: rasagangadhar, मराठी, रसगंगाधर, व्याकरण, grammer Type: PAGE | Rank: 0.0118164 | Lang: NA स्मरणालंकार - लक्षण ६ रसगंगाधर ग्रंथाचे लेखक पंडितराज जगन्नाथ होत. व्याकरण हा भाषेचा पाया आहे. Tags: grammer, rasagangadhar, मराठी, रसगंगाधर, व्याकरण Type: PAGE | Rank: 0.009453121 | Lang: NA आचारकाण्डः - अध्यायः ८३ विष्णू पुराणाचा एक भाग असलेल्या गरूड पुराणात मृत्यूनंतरच्या स्थितीबद्दलची चर्चा आहे, शिवाय श्रद्धाळू हिंदू धर्मीयांमध्ये मृत्यूनंतर जी विविध क्रिया कर्मे केली जातात, त्याला गरूडपुराणाची पार्श्वभूमी आहे. Tags: garud, puran, hindu, puran, गरूड, पुराण, पुराण, संस्कृत, हिन्दू Type: PAGE | Rank: 0.009453121 | Lang: NA राजनिघण्टु - करवीरादिवर्ग नरहरि पन्डित रचित राजनिघण्टु ग्रंथ म्हणजे आयुर्वेदातील एक मैलाचा दगड. Tags: narahar, pandit, rajanighantu, ved, आयुर्वेद, नरहरि, पन्डित, राजनिघण्टु, संस्कृत Type: PAGE | Rank: 0.005908201 | Lang: NA Folder Page Word/Phrase Person Loading, please wait .. Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP