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মালসা
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खापर
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कपालिका
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திருவோடு
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భిక్షాపాత్ర
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ଖପରା
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ખપ્પર
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ചട്ടി
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खप्पर
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ਖੱਪਰ
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ठीकरा
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ಬೋಗಣಿ
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कर्परांशः
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नदालः
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पिठरककापलः
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potsherd
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nutlet
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सुश्रुत संहिता - दंतगतरोग
सुश्रुतसंहिता केवळ शल्यकर्म अशी अनेकांची समजूत आहे , परंतु आयुर्वेदाचे तत्वज्ञान , त्याचा व्यवहारात उपयोग कसा करावा याचेही ज्ञान सुश्रुताने जगाला दिले .
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श्रीविष्णुपुराण - द्वितीय अंश - अध्याय १२
भारतीय जीवन-धारा में पुराणों का महत्वपूर्ण स्थान है, पुराण भक्ति ग्रंथों के रूप में बहुत महत्वपूर्ण माने जाते हैं।
The Vishnu Purana is a religious Hindu text and one of eighteen Poranas.
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उत्तरस्थानम् - एकविंशोऽध्यायः
हिन्दू धर्मातील पवित्र आणि सर्वोच्च धर्मग्रन्थ वेदांतील मन्त्रांचे खण्ड म्हणजेच संहिता.
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उत्तरस्थान - अध्याय २१
आयुर्वेदातील अष्टांग हृदय प्रसिद्ध ग्रंथ आहे. याचे रचनाकार आहेत, वाग्भट. या ग्रंथाचा रचनाकाल ई.पू.५०० ते ई.पू.२५० मानतात. या ग्रंथात औषधि आणि शल्यचिकित्सा दोन्हींचाही समावेश आहे.
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द्वापरयुगसन्तानः - अध्यायः ११६
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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चतुर्थः भागः - मुखरोगाधिकारः
भावप्रकाशसंहिता
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माधवनिदान - मुखरोगनिदान
" शरिरेंद्रिय-सर्वात्मा संयोगधारी जीवितम् " अशी जीवनाची आयुर्वेदीय, व्यापक व्याख्या आहे.
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॥ अथ मुखरोगाणां निदानान्याह ॥
’ योगरत्नाकर ’ हा आयुर्वेदावरील मूळ प्राचीन ग्रंथ आहे.
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पूर्वखण्डम् - सप्तमोऽध्यायः
संहिता हिन्दू धर्मातील पवित्र आणि सर्वोच्च धर्मग्रन्थ वेदांतील मन्त्रांचे खण्ड होत.
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