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भूतबाधा उतरवण्याचा मंत्र
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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തന്ത്രം
Meanings: 2; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 1.044837 | Lang: NA
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भूतबाधा
Meanings: 6; in Dictionaries: 4
Type: WORD | Rank: 0.89012 | Lang: NA
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विविध मंत्र
विविध समस्यांसाठी मंत्र
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ତନ୍ତ୍ର
Meanings: 3; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.6094885 | Lang: NA
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मंत्रप्रकरण - ऋद्धिसिद्धि मंत्र
" श्रद्धावान लभते फलं" म्हणजे श्रद्धालु पुरूषालाच मंत्रानुष्ठानाची यथोक्त फलप्राप्ति होते.
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तंत्र
Meanings: 18; in Dictionaries: 7
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তন্ত্র
Meanings: 6; in Dictionaries: 2
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ਤੰਤਰ
Meanings: 6; in Dictionaries: 1
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તંત્ર
Meanings: 6; in Dictionaries: 1
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मंत्र
Meanings: 59; in Dictionaries: 6
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णणोकार-मंत्र
Meanings: 3; in Dictionaries: 3
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५१ मंत्र जप आणि चिंतनासाठी.
51verses for chanting and contemplation. ५१ मंत्र जप आणि चिंतनासाठी.
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मंत्रप्रकरण - सरस्वती मंत्र
" श्रद्धावान लभते फलं" म्हणजे श्रद्धालु पुरूषालाच मंत्रानुष्ठानाची यथोक्त फलप्राप्ति होते.
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मंत्रप्रकरण - बगलामुखी मंत्र
" श्रद्धावान लभते फलं" म्हणजे श्रद्धालु पुरूषालाच मंत्रानुष्ठानाची यथोक्त फलप्राप्ति होते.
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मंत्रप्रकरण - कमला-मंत्र
" श्रद्धावान लभते फलं" म्हणजे श्रद्धालु पुरूषालाच मंत्रानुष्ठानाची यथोक्त फलप्राप्ति होते.
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गारुड़ मंत्र
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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गारुड मंत्र
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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तारक मंत्र
Meanings: 3; in Dictionaries: 3
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conjuration
Meanings: 4; in Dictionaries: 3
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மந்திரம்
Meanings: 4; in Dictionaries: 1
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मंत्रप्रकरण - मातंगी मंत्र
" श्रद्धावान लभते फलं" म्हणजे श्रद्धालु पुरूषालाच मंत्रानुष्ठानाची यथोक्त फलप्राप्ति होते.
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मंत्रप्रकरण - शारदादेवी मंत्र
" श्रद्धावान लभते फलं" म्हणजे श्रद्धालु पुरूषालाच मंत्रानुष्ठानाची यथोक्त फलप्राप्ति होते.
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मंत्रप्रकरण - भुवनेश्वरी मंत्र
" श्रद्धावान लभते फलं" म्हणजे श्रद्धालु पुरूषालाच मंत्रानुष्ठानाची यथोक्त फलप्राप्ति होते.
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मंत्रप्रकरण - तीव्रबुद्धिकरण मंत्र
" श्रद्धावान लभते फलं" म्हणजे श्रद्धालु पुरूषालाच मंत्रानुष्ठानाची यथोक्त फलप्राप्ति होते.
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انتظام
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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भावगंगा - दादानी कोणता मंत्र दिला रे
स्वाध्याय-प्रेमाने तुडुंब भरून वाहणारी ही भावगंगा आहे.
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गणपती गायत्री मंत्र
रुद्राक्ष अत्यंत पवित्र, शंकरांना अत्यंत प्रिय, तसेच दर्शन, स्पर्श व जप द्वारा सर्व पापे नष्ट होतात.
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गुरुसंस्था - गुरु व त्यांचे प्रकार
मंत्रशास्त्राकार जगन्नाथपुरीचे ब्रह्मीभूत पूज्य श्रीशंकराचार्य योगेश्वरानंदतीर्थ ह्यांचा हा मंत्रसाठा सिद्ध आहे ,
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मंत्रशास्त्र
देवताओं की उपासना करनेवालोंको सारी सिद्धियाँ प्राप्त करनेके लिये मंत्र शास्त्र का उगम हुआ है।
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मंत्रप्रकरण - अन्नपूर्णामंत्र
" श्रद्धावान लभते फलं" म्हणजे श्रद्धालु पुरूषालाच मंत्रानुष्ठानाची यथोक्त फलप्राप्ति होते.
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गुरुसंस्था - बारा प्रकारचे गुरु
मंत्रशास्त्राकार जगन्नाथपुरीचे ब्रह्मीभूत पूज्य श्रीशंकराचार्य योगेश्वरानंदतीर्थ ह्यांचा हा मंत्रसाठा सिद्ध आहे ,
Type: PAGE | Rank: 0.168109 | Lang: NA
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पंचदशी विद्या - पंचदशी विद्या विचार
गुरूपदिष्ट मार्गाशिवाय मंत्रांचे अनुष्टान करू नये , कारण मंत्रशास्त्र हे अनुभवदर्शी शास्त्र आहे .
Type: PAGE | Rank: 0.1678144 | Lang: NA
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पंचदशी विद्या - पंचदशीयंत्राचा विधि
गुरूपदिष्ट मार्गाशिवाय मंत्रांचे अनुष्टान करू नये , कारण मंत्रशास्त्र हे अनुभवदर्शी शास्त्र आहे .
Type: PAGE | Rank: 0.1672368 | Lang: NA
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गुरुसंस्था - दीक्षा व प्रकार
मंत्रशास्त्राकार जगन्नाथपुरीचे ब्रह्मीभूत पूज्य श्रीशंकराचार्य योगेश्वरानंदतीर्थ ह्यांचा हा मंत्रसाठा सिद्ध आहे ,
Type: PAGE | Rank: 0.167222 | Lang: NA
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मंत्रप्रकरण - तारामंत्र
" श्रद्धावान लभते फलं" म्हणजे श्रद्धालु पुरूषालाच मंत्रानुष्ठानाची यथोक्त फलप्राप्ति होते.
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स्तुति मंत्र
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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स्तुती मंत्र
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.1638535 | Lang: NA
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शिवपंचाक्षरी मंत्र
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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झपाटणी
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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द्वादशाक्षरी मंत्र
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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गायत्री मंत्र
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.1543456 | Lang: NA
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बीज मंत्र
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.1543456 | Lang: NA
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अष्टाक्षरी मंत्र
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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मंत्र षडक्षरी
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
Type: WORD | Rank: 0.1539449 | Lang: NA
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स्त्री-मंत्र
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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शक्तिसाधना मंत्र
रुद्राक्ष अत्यंत पवित्र, शंकरांना अत्यंत प्रिय, तसेच दर्शन, स्पर्श व जप द्वारा सर्व पापे नष्ट होतात.
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पंचगव्याचे मंत्र
वास्तु्शांती म्हणजे वास्तु उभारताना यजमानाच्या हातून विविध चुका होतात किंवा दोष घडतात, त्यांची शांती. वास्तुपुरुषाची शांती नव्हे.
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कुछ मंत्र
सर्व पूजा कशा कराव्यात यासंबंधी माहिती आणि तंत्र.
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सामानुष्ठानः - मंत्र ८
उपासना विभागातील मंत्र सिद्ध केल्यास त्याची प्रचिती लगेचच मिळते, या विभागात अनुष्ठानासाठीचे मंत्र आहेत.
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