Dictionaries | References
i

investiture

   
Script: Latin

investiture

English WN - IndoWordNet | English  Any |   | 
 noun  
Wordnet:
asmৰাজাভিষেক , অভিষেক , ৰাজতিলক
bdराजा फाथिनाय , राजमासियाव थिसननाय
benঅভিষেক , রাজতিলক , রাজটিকা
gujરાજતિલક , રાજ્યાભિષેક , અભિષેક , તાજપોશી
hinराजतिलक , टीका , राज्याभिषेक , अभिषेक , अभिषेचन , ताजपोशी
kasتاج پوٗشی , رَسمہِ تاج پوٗشی
kokराजतीलक , राज्याभिषेक
marराज्याभिषेक , अभिषेक
nepराजतिलक , राज्याभिषेक , अभिषेक
oriରାଜଭିଷେକ , ଟୀକା , ରାଜ୍ୟାଭିଷେକ , ଅଭିଷେକ
panਰਾਜਤਿਲਕ , ਰਾਜ ਤਿਲਕ , ਤਾਜਪੋਸ਼ੀ
sanराजाभिषेकः
telరాజతిలకము , రాజ్యాభిషేకముఅభిషేకము
urdتاج پوشی

investiture

  पु. पदवी, शक्ती वगैरे देण्याचा समारंभ

investiture

भौतिकशास्त्र  | English  Marathi |   | 
   पदप्रदान, वस्त्रप्रदान

investiture

A Dictionary: English and Sanskrit | English  Sanskrit |   | 
   INVESTITURE , s.
(Investing with any office) प्रतिष्ठापनं, प्रतिष्ठा,अभिषेकः, अभिषेचनं, अधिकारप्रवेशकरणं, पदस्थापनं -ना. — (With the sacrificial cord, or yajnopavīta) उपनयः -यनं, आनयः -यनं,मौञ्जीबन्धनं, पवित्रारोपणं.
ROOTS:
प्रतिष्ठापनंप्रतिष्ठाअभिषेकअभिषेचनंअधिकारप्रवेशकरणंपदस्थापनंनाउपनययनंआनयमौञ्जीबन्धनंपवित्रारोपणं

Related Words

investiture   investiture of   investiture with jurisdiction   investiture of appellate powers   औपवीतिकम्   बटूकरणम्   सावित्रीमहानाम्य   मेखलाबन्ध   मुञ्जबन्धन   औपवीतिक   वरघोडा   व्रतभिक्षा   मौंजी   बटुवस्त्र   पित्र्युपवीत   उत्पत्तिव्यञ्जक   वटूकरण   भिक्षाळ   अग्निसूत्र   व्रतबंध   दण्डप्रदान   राजाभिषेक   भिक्षावळ   मौञ्चिबन्धन   बटुभोजन   पळसुला   पूर्णघटिका   आनय   व्रतादेश   ब्रह्मजन्मन्   मुंजी   बटूकरण   पुनरुक्तजन्मन्   आनाय   गडगनेर   कृतोपनयन   छूरिकाबंध   मुंडावळी   पटाधिकार   औपनायनिक   आनयन   उपवीतम्   ज्ञानमाला   राज्याभिषेक   मातृभोजन   नैश्चित्य   पुनःसंस्कार   सावित्रीसूत्र   brahman   बटुक   उपनयनम्   एकजाति   केळवण   व्रात्यस्तोम   अत्रिजात   मुंडावळ   पतितसावित्रीक   brahmin   सुदाय   पवित्रारोपण   शाणी   व्रात्य   अस्वाध्याय   मौञ्जी   rite   वाग्दुष्ट   असंस्कृत   अहिरी   मांगलिक   यज्ञोपवीत   उपनय   बटु   उपनीत   उपाकरण   अष्टवर्ग   मुञ्ज   सावधान   द्विज   उपनयन   शाण   णी   ब्रह्मचारिन्   प्रयोजन   इष्ट   मेखला   उत्पत्ति   शोभन   जातकर्मादिसंस्कार   व्रत   दीक्षा   मंगल   पवित्र   सावित्र   संस्कार   दण्ड   सत्यतपस्   गायत्री   गृहस्थ   दमन   ब्रह्मचर्य   
Folder  Page  Word/Phrase  Person

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP