Dictionaries | References अ अधिदेवता See also: अधिदैव , अधिदैवत Meaning Pages Related A Sanskrit English Dictionary | sa en | | अधि-देवता f. (or अधि-देव) f. a presiding or tutelary deity. See also: अधि - देवता Shabda-Sagara | sa en | | अधिदेवता m. (-ता) A tutelary, or presiding divinity. E. अधि, and देवता a deity. See also: अधि - देवता महाराष्ट्र शब्दकोश | mr mr | | स्त्री. न . मानलेली , स्थापन केलेली , अधिष्टित देवता . मनुष्याच्या विशिष्ट अवयवांत , इंद्रियांत , शक्तींत अधिष्ठित असलेली देवता . उ० सूर्य , नेत्रांमध्यें ; अश्विन , नाकामध्यें ; दिशा , कानांमध्यें ; वरुण , तालूमध्यें ; वायु , त्वचेमध्यें ; इ० अधिभूत हें ज्ञेय म्हणजे जाणण्याची वस्तु असते ; अध्यात्म हें ज्ञानसाधन म्हणजे जाणण्याचें साधन असतें व अधिदैवत हें ज्ञाता म्हणजे जाणणारी शक्ति असते . उ० मन अध्यात्म , जेथें मंतव्य अधिभूत , चंद्रमा अधिदेवता ; त्वचा अध्यात्म , जेथें स्पर्शितव्य अधिभूत , वायु अधिदैवत . अधिदैव अध्यात्म अधिभूत । त्रिपुटी बोलिजे ते हे येथ । - एभा २२ . ३२६ . ग्रहमुख वगैरे कृत्यांत मुख्य देवतेच्या उजव्या बाजूला स्थापन केलेली देवता . डाव्या बाजूच्या देवतेस प्रत्यधिदेवता म्हणतात . [ सं . ] Related Words SUGGEST A NEW WORD! अधिदेवता : Folder : Page : Word/Phrase : Person Keyword Pages अधिदेवताओंकी स्थापना ईश्वरोन्मुख होनेके बाद मनुष्यको परमात्माके वास्तविक तत्वक परिज्ञान होने लगता है और फिर वह सदा सर्वदाके लिये जीवमुक्त हो जाता है, इसीलिये सारे कर्म शा.. : Folder : Page : Word/Phrase : Person Related Pages सिद्धसिद्धांन्तसंग्रह - तृतीयोपदेश सिद्धसिद्धांन्तसंग्रह - तृतीयोपदेश अधिदेवता और प्रत्यधिदेवताका स्थापन अधिदेवता और प्रत्यधिदेवताका स्थापन तुटलेले दुवे - रूढीचाच समाज दास, तुडवी न... तुटलेले दुवे - रूढीचाच समाज दास, तुडवी न... अथ भैमरथी शान्तेः प्रयोगदर्शनम् । अथ भैमरथी शान्तेः प्रयोगदर्शनम् । अथ सहरचन्द्र दर्शन शान्तेः प्रयोगदर्शनम् । अथ सहरचन्द्र दर्शन शान्तेः प्रयोगदर्शनम् । अथ वैकल्पिकपदार्थावधारणादिकम् अथ वैकल्पिकपदार्थावधारणादिकम् वास्तुशांती - वास्तुमंडल रेषा वास्तुशांती - वास्तुमंडल रेषा प्रत्यधि देवताओंका स्थापन प्रत्यधि देवताओंका स्थापन नवग्रह सुप्रभातम् - सूर्यः पूर्वापराद्रि सञ्च... नवग्रह सुप्रभातम् - सूर्यः पूर्वापराद्रि सञ्च... कलश स्थापन कलश स्थापन धर्मसिंधु - ग्रहयज्ञ धर्मसिंधु - ग्रहयज्ञ सहस्त्र नामे - श्लोक १५१ ते १५५ सहस्त्र नामे - श्लोक १५१ ते १५५ ससंदेहालंकार - लक्षण ४ ससंदेहालंकार - लक्षण ४ आर्या सप्तशती - आ-कार-व्रज्या आर्या सप्तशती - आ-कार-व्रज्या श्रीगायत्रीपुरश्चरणपद्धतिविषयानुक्रमणिका श्रीगायत्रीपुरश्चरणपद्धतिविषयानुक्रमणिका षोडशसंस्कारः - विषयानुक्रमणिका षोडशसंस्कारः - विषयानुक्रमणिका नवग्रह कलश स्थापन नवग्रह कलश स्थापन श्रीहनुमानसेवा १ श्रीहनुमानसेवा १ ग्रहस्थापना ग्रहस्थापना पूजा विधी - स्विष्टकृ आहुतियाँ पूजा विधी - स्विष्टकृ आहुतियाँ अन्वाधान अन्वाधान कामाख्या सिद्धी - स्थलमातृका पूजन कामाख्या सिद्धी - स्थलमातृका पूजन भुवनेश्वरीशांति प्रयोग भुवनेश्वरीशांति प्रयोग सुभाषितरत्नकोशः - युवतिवर्णनव्रज्या सुभाषितरत्नकोशः - युवतिवर्णनव्रज्या श्रीगणेशसहस्त्रनाम - श्लोक १५१ ते १६० श्रीगणेशसहस्त्रनाम - श्लोक १५१ ते १६० प्रथम पाद - निरूपण प्रथम पाद - निरूपण स्थंडिलकर्म स्थंडिलकर्म मन्त्रमहोदधि - त्रयोविश तरङ्ग मन्त्रमहोदधि - त्रयोविश तरङ्ग पूजा विधी - संक्षिप्त पुन्याहवाचन प्रयोग: पूजा विधी - संक्षिप्त पुन्याहवाचन प्रयोग: धनत्रयोदशी - यम-दीपदान धनत्रयोदशी - यम-दीपदान श्रीनरसिंहपुराण - अध्याय १९ श्रीनरसिंहपुराण - अध्याय १९ अधिदेवताओंकी स्थापना अधिदेवताओंकी स्थापना रुद्राक्षाचे मुखांप्रमाणे सामर्थ्य रुद्राक्षाचे मुखांप्रमाणे सामर्थ्य प्रत्यधि देवताओंकी स्थापना प्रत्यधि देवताओंकी स्थापना ज्ञानमोदक पोथी - अध्याय ९ ज्ञानमोदक पोथी - अध्याय ९ यजमान संकल्प यजमान संकल्प द्वितीय पाद - शिक्षा-निरूपण द्वितीय पाद - शिक्षा-निरूपण गुरुचरित्र - अध्याय छत्तिसावा गुरुचरित्र - अध्याय छत्तिसावा मन्त्रमहोदधि - प्रथम तरड्ग मन्त्रमहोदधि - प्रथम तरड्ग आदित्यादि नवग्रह देवता स्थापन आदित्यादि नवग्रह देवता स्थापन : Folder : Page : Word/Phrase : Person Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP