भाद्रपद शुक्लपक्ष व्रत - दूर्वाष्टमी

व्रतसे ज्ञानशक्ति, विचारशक्ति, बुद्धि, श्रद्धा, मेधा, भक्ति तथा पवित्रताकी वृद्धि होती है ।


दूर्वाष्टमी

( भविष्यपुराण ) -

भाद्रपद शुक्लाष्टमीको उमासहित शिवका षोडशोपचार पूजन करके सात प्रकारके फल, पुष्प, दूर्वा और नैवेद्य अर्पणकर व्रत करे तो धनार्थी, पुत्रार्थी या कामार्थी आदिको धन, पुत्र और कामादि प्राप्त होते हैं ।

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Last Updated : January 21, 2009

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