चैत्र कृष्णपक्ष व्रत - चैत्री अमा

व्रतसे ज्ञानशक्ति, विचारशक्ति, बुद्धि, श्रद्धा, मेधा, भक्ति तथा पवित्रताकी वृद्धि होती है ।


चैत्री अमा ( हेमाद्री ) -

चैत्र कृष्ण अमावस्याको प्रातः- स्त्रानादिके पीछे यथासामर्थ्य अन्न, गौ, सुवर्ण और पूजन करके ब्राह्मण - भोजन कराये तो बहुत पुण्य होता है । यदि इस दिन सोम, भौम अथवा गुरुवार हो तो ऐसे योगके दान - पुण्य, ब्राह्मण - भोजन और व्रतसे सूर्यग्रहणके समान फल होता है ।

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Last Updated : January 16, 2009

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