हिंदी सूची|पूजा एवं विधी|नित्य कर्म पूजा|संध्या-प्रकरण|संध्याका समय| सूर्योपस्थानके मन्त्र संध्याका समय संध्याका समय संध्याकी आवश्यकता संध्या न करनेसे दोष संध्या कालकी व्याख्या संध्यास्तुति संध्याके लिये पात्र आदि संध्योपासन-विधि मार्जन-विनीयोग-मन्त्र संध्याका संकल्प प्राणायामका विनियोग मस्तकपर जल छिडकनेके विनियोग और मन्त्र अघमर्षण और आचमनके विनियोग और मन्त्र सूर्यार्घ्य-विधि सूर्योपस्थानके मन्त्र सूर्योपस्थानके मन्त्र प्रस्तुत पूजा प्रकरणात भिन्न भिन्न देवी-देवतांचे पूजन, योग्य निषिद्ध फूल यांचे शास्त्र शुद्ध विवेचन आहे. Tags : devatadevipoojaदेवतादेवीपूजा सूर्योपस्थानके मन्त्र Translation - भाषांतर क) ॐ उव्दयं तमसस्परि स्व: पश्यन्त उत्तरम्।देवं देवत्रा सूर्यमगन्म ज्योतिरुत्तमम्॥ख) ॐ उदु त्यं जातवेदसं देवं वहन्ति केतव:।दृशे विश्वाय सूर्यम्।ग) ॐ चित्र देवानामुदगादनीकं चक्षुर्मित्रस्य वरुणस्याग्ने:।आप्रा द्यावापृथिवी अन्तरिक्ष सूर्य आत्मा जगतस्तस्थुषश्च॥घ) ॐ तच्चक्षुर्देवहितं पुरस्ताच्छुक्रमुच्चरत्। पश्येम शरद: तं जीवेम शरद: शत श्रुणुयाम शरद: शतं प्रब्रवाम शरद: तमदीना: स्याम शरद: शतं भूयश्च शरद: शतात्। N/A References : N/A Last Updated : November 27, 2018 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP