Dictionaries | References न नाहि सुप्तस्य सिंहस्य प्रविशंति मुखे मृगाः Script: Devanagari Meaning Related Words Rate this meaning Thank you! 👍 नाहि सुप्तस्य सिंहस्य प्रविशंति मुखे मृगाः मराठी वाक्संप्रदाय - वाक्यप्रचार | Marathi Marathi | | आळसानें कांहीं मिळत नाहीं. झोंपलेल्या सिंहाच्या तोंडांत श्वापदें कांहीं आपोआप येऊन पडत नाहींत, त्याला तीं मारुन खावीं लागतात. याकरितां प्रत्येकानें श्रम करणें अवश्य आहे. सबंध श्लोक उद्यमेन हि सिद्धयंति कार्याणि न मनोरथैः। न हि सुप्तस्य सिंहस्य प्रविशन्ति मुखे मृगाः॥-हितोपदेश. Related Words नाहि सुप्तस्य सिंहस्य प्रविशंति मुखे मृगाः ब्रह्मदेवाचीं मुखे करे तो बीस पचीस, नाहि तो चक्की लेकर पीस निजल्या सिंहाच्या तोंडी, श्वापदें आपण न घालितीं उडी सुप्त सिंहध्वनिः सिंहशावः सिंह stomata ostia पदचिह्नम् विषदन्तः चर्म्मरेखा खादय् कफः विकलः श्मश्रुः वक्त्रपट्टः जम्भ्यः मुखपाकः मुखभगा मत्स्यकण्टकः अप्रशिखा अशोकचक्रम् आक्रमणम् सिंहः निडे नीडे अवघ्यांची मति, एकसारखी नसती पिंडे पिंडे मतिर्भिन्ना उच्चारणस्थानम् ऊर्ध्वकः पुतकम् सर्वतोमुख तोदनम् मुखतस् मेचकः पक्ष्मन् पियाल प्रसृप् मृग आस्वादनम् सादृश्यम् अप्रसन्नता गाढिका त्रपुः पंचमुखी van खड्गः गोलिका संभृ दन्तः द्विमुख थांग soon शुण्डा अरुंषिका धनकण पुरें धन, भाडींकुंडीं अर्धें धन, आणि रोखें पुर्जे रावणाची खाई निर्ऋति पूर् prefix शॄ असम अपशब्द अदन्त दंष्ट्रा चर्व् निटाओ पूरित प्रसन्नता कस्तूरी हम अहन् संग व्यङ्ग आचम् चिल्ल नर्मन् निटाई विश्वास beat जर्जर आहार्य अङ्कुश वीथि जिह्वा निर्विकार सृ अक्षि बन्धुर dry भिद् escape सूचि कालिय तिलक लव मुख्य strike शेष Folder Page Word/Phrase Person Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP