Dictionaries | References

चवळा (चवळी) कहे मेरी लंबी फळी, जैसी खेळी चंपाकी कळी। जो मुझको छे महिने खाय, उसके फूल गंगाजी जाय।।

   
Script: Devanagari

चवळा (चवळी) कहे मेरी लंबी फळी, जैसी खेळी चंपाकी कळी। जो मुझको छे महिने खाय, उसके फूल गंगाजी जाय।।

   चवळी म्‍हणते माझी शेंग लांब असून चाफ्याच्या कळीसारखी असते. जो मला सहा महिने खाईल त्‍याची फुले गंगेवर जातील (तो मृत्‍यु पावेल).

Related Words

चवळा (चवळी) कहे मेरी लंबी फळी, जैसी खेळी चंपाकी कळी। जो मुझको छे महिने खाय, उसके फूल गंगाजी जाय।।   फूल   चवळी   नणंद खेळी, रहाटाची फळी   फूल धातू   लंबी   फळी   लंबी छुट्टी   फळी फुटणें   फळी मांडणें   फळी घेणें   एक महिने   छ महिने   चवळा   जुगारातील सहाची खेळी   लंबी कठिन यात्रा करना   जो   खेळी   छे   गहूं कहे मेरा मोटा पेट, और मुझको खावे नगरका शेट   फूल धातु   जैसी   दसणीचें फूल   करणीचें फूल   फल फूल   जैसी लंबी खजूरl चढे तो चाहे प्रेम रस   उंबराचे फूल   बॅडमिण्टनाचें फूल   फूल (दोळ्यांतलें)   दसणी फूल   अडली गाय फटके खाय   cowpea   मेरी   shuttlecock   खाय   जें फूल माळना, तें फूल हुंगना   फूला   virgin mary   the virgin   blessed virgin   madonna   mary   लाटया गंगाजी   दिव्याला फूल देणें   दूध गाईचें, फूल जाईचें   जसें झाड, तसें फूल   देवाला फूल, घराला मूल   फूल नाहीं फुलाची पाकळी   जो गुमागयम   नानक (कहे) नन्हे होईजे जैसी दूब, और घांस जर जात है दूब खूब की खूब   उसके जैसा   जो तो   जो गुमागदल   जो मेरेन   जो आथोन   फूलदार वनस्पति   गुड़हल   फूल झडे तो फळ लगे   लंबी ताणणें   लंबी लागणें   लंबी लावणें   भातका खाना, उसके भरोसो गांव मत जाना   दिव्यास निरोप, पदर, फूल देणें   चित्राची फळी   फळी फोडणें   चार महिने झोपेंचें व्रत केले, गुण नाहीं दिला देवानें   फुकटचें खाय, त्याला सस्त महाग काय   बारा महिने   ಮೂರು ಮಣದ ತೂಕ   लुगट विकचें घड्‍येर आनि फूल विकचें वावळे   फुलिल्लें फूल परमळ नासतां ना रावना   फूल गळून पळयार फळ भायर येता   फूल फुल्लेले शिवाइ परमळु भायर पण्णा   कहे अनुसार   कहे मुताबिक   कहे मुताबिक़   टिड्डी   शंभरांत फूल, हजारांत काणा, सर्वात अंधळा दाणा   खाय खाय, मसणांत जाय   सलह   जो चढेगा, सो गिरेगा   जो चढेल, तो पडेल   योनी   राजमें राज मेघराज, फुलमें फूल कपासका फूल, और दूधमें दूध माका दूध   जे खाय ते सवाद जाणे   संत मेरी   वर्जिन मेरी   माता मेरी   फळी फोडून जाणें   जो बोलेल तो करील काय, जो गर्जेल तो पडेल काय?   जो घाबरतो तो रानभरी होतो   जो श्रमी, त्‍याला काय कमी   मनइंद्रिया जो न्यासीः तेयाचीच एकादशी   जो करतो तो खाड्यांत पडतो   पापभयानें जैसी, टाकीजे काशी   garden truck   green goods   green groceries   patella   stud   
Folder  Page  Word/Phrase  Person

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP