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चवळा (चवळी) कहे मेरी लंबी फळी, जैसी खेळी चंपाकी कळी। जो मुझको छे महिने खाय, उसके फूल गंगाजी जाय।।

   
Script: Devanagari

चवळा (चवळी) कहे मेरी लंबी फळी, जैसी खेळी चंपाकी कळी। जो मुझको छे महिने खाय, उसके फूल गंगाजी जाय।।

   चवळी म्‍हणते माझी शेंग लांब असून चाफ्याच्या कळीसारखी असते. जो मला सहा महिने खाईल त्‍याची फुले गंगेवर जातील (तो मृत्‍यु पावेल).

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चवळा (चवळी) कहे मेरी लंबी फळी, जैसी खेळी चंपाकी कळी। जो मुझको छे महिने खाय, उसके फूल गंगाजी जाय।।   फूल   चवळी   नणंद खेळी, रहाटाची फळी   फूल धातू   लंबी   फळी   लंबी छुट्टी   फळी फुटणें   फळी मांडणें   फळी घेणें   एक महिने   छ महिने   चवळा   जुगारातील सहाची खेळी   लंबी कठिन यात्रा करना   जो   खेळी   छे   गहूं कहे मेरा मोटा पेट, और मुझको खावे नगरका शेट   फूल धातु   जैसी   दसणीचें फूल   करणीचें फूल   जैसी लंबी खजूरl चढे तो चाहे प्रेम रस   फल फूल   उंबराचे फूल   बॅडमिण्टनाचें फूल   फूल (दोळ्यांतलें)   दसणी फूल   अडली गाय फटके खाय   cowpea   मेरी   shuttlecock   खाय   फूला   जें फूल माळना, तें फूल हुंगना   virgin mary   the virgin   blessed virgin   madonna   mary   लाटया गंगाजी   दिव्याला फूल देणें   दूध गाईचें, फूल जाईचें   जसें झाड, तसें फूल   देवाला फूल, घराला मूल   फूल नाहीं फुलाची पाकळी   जो गुमागयम   नानक (कहे) नन्हे होईजे जैसी दूब, और घांस जर जात है दूब खूब की खूब   जो तो   जो गुमागदल   उसके जैसा   जो मेरेन   जो आथोन   फूलदार वनस्पति   गुड़हल   फूल झडे तो फळ लगे   लंबी ताणणें   लंबी लागणें   लंबी लावणें   भातका खाना, उसके भरोसो गांव मत जाना   दिव्यास निरोप, पदर, फूल देणें   चार महिने झोपेंचें व्रत केले, गुण नाहीं दिला देवानें   चित्राची फळी   फळी फोडणें   फुकटचें खाय, त्याला सस्त महाग काय   बारा महिने   ಮೂರು ಮಣದ ತೂಕ   लुगट विकचें घड्‍येर आनि फूल विकचें वावळे   फुलिल्लें फूल परमळ नासतां ना रावना   फूल गळून पळयार फळ भायर येता   फूल फुल्लेले शिवाइ परमळु भायर पण्णा   कहे अनुसार   कहे मुताबिक   कहे मुताबिक़   टिड्डी   जो चढेगा, सो गिरेगा   जो चढेल, तो पडेल   शंभरांत फूल, हजारांत काणा, सर्वात अंधळा दाणा   खाय खाय, मसणांत जाय   सलह   योनी   राजमें राज मेघराज, फुलमें फूल कपासका फूल, और दूधमें दूध माका दूध   जे खाय ते सवाद जाणे   संत मेरी   वर्जिन मेरी   माता मेरी   फळी फोडून जाणें   जो बोलेल तो करील काय, जो गर्जेल तो पडेल काय?   जो घाबरतो तो रानभरी होतो   जो श्रमी, त्‍याला काय कमी   मनइंद्रिया जो न्यासीः तेयाचीच एकादशी   जो करतो तो खाड्यांत पडतो   पापभयानें जैसी, टाकीजे काशी   जो स्‍पष्‍टवक्ता तो कपटी नसतो   garden truck   green goods   green groceries   patella   
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