Dictionaries | References प पारस्कर गृह्यसूत्र पारस्कर गृह्यसूत्र;Pāraskara-gṛhya-sūtra;Pāraskara-gṛhya-sūtra Variations : पा. गृ.; PārGṛ.; PārGṛS. | Show All तेन त्रिपुरुषम् त्रिसंध्यम् त्र्येणी त्व त्वष्टृदेवत्य दण्डधारण दधिपृषातक दन्तप्रक्षालन दर्भपिञ्जूल दर्वी दिग्व्याघारण दूरेहेति दॄ द्रोणास धर्मस्थूणाराज नवप्राशन नादि निराकरण निराकरिष्णु निविष्टि निष्क्रमण नृमणि पक्षादि पक्षाष्टमी पच्छस् पतत्रि पथिषद् परिमीढ परिवप् परिसख्य परी पात्रपाणि पिण्डकरण पितृषद् पूर्वकल्प पूर्वचोदितत्व पृतनाजय पृषातक पोटी प्रकृ प्रक्रम् प्रजाहन् प्रतरण प्रतिपद् प्रतिवाश प्रतिष्ठान प्रतीक प्रत्यवनेजन प्रमुष् प्रलिख् प्रवचन प्रवेशन प्रसारिन् प्रहितंगम प्रौष्ठपदा फलप्रचयन बालबन्धन बीजवपन ब्रह्मकोश ब्रह्मन् भगाल भद्रपीठ भवदन्त्य भागिनेय भागिनेयक भारद्वाजी भिक्षाचर्य भूतगृह्य भूमिचल भूमिचलन भूमिजोषण भ्रम् मङ्गल मणिधनु मणिधनुस् मध्येच्छन्दस् मनस मनोहन् मन्मनस मर्क मलिम्लुच महापथ माणिचर मातामह मुरु मैथुन यजा यज्ञान्त यथाकनिष्ठम् यथामङ्गलम् यथार्ह यथार्हम् यम यमगाथा यमदूत यमसूक्त यशोहन् यावद्ग्रहणम् येन योजन रराट रराट्य रीति रीतीभूत रुद्र-शिव रूपवत् रूपस्विन् लक्षण्य लङ्घन लपेत वत्सर वधत्र वनषद् वनसद् वर्ष्म वशीकरण वा वाक्प्रसारिकाम वायव वायुसम वास्तोष्पति विगा विचक्षण विजन्या विदंश् विदारिका विद्यास्नात विद्यास्नातक विधेय विनिवृत्ति विपुंसी विपुल विमोक्ष विरुज विरूपाक्ष विवृतस्नान विष्णु वीरुध् वैकर्ण वैतान व्रतादेशनविसर्ग शंसथ शतवर्ष शतसनि शमा शवान्न शाद्वलवत् शालाकर्मन् शुनंकुरि शूद्रजन्मन् शेषकरण शौण्डिकेय श्मशान श्यावास्य श्वेतपक्ष षडङ्ग षोडशवर्ष ष्ठीवन संधिसर्पण संयुक्त संवत्सर संव्ये सकुल सकेश सचेतन सटालु सपुत्रक सप्तपद सफल सभाप्रवेशन समानग्राम समानमूर्धन् समीक्षित समुद् समृद्धिकरण सम्प्रति सम्बन्ध सम्भज् सरमा सर्पबलि सर्वगण सर्वरूप सर्षपारुण सि सिंही सीता सीतागोप्तृ सीसर सुकूर्कुर सुकेतृ सुभगत्व सुरक्षित सूनृता स्तरु स्त्रीगमन स्पन्द् स्रस्तर स्वातिकारी हन्तकार | Show All Folder Page Word/Phrase Person Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP