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पुराणामित्येव न साधु सर्वम्‌।

   
Script: Devanagari

पुराणामित्येव न साधु सर्वम्‌।

   जुनें तें सर्वं चांगले असतें असें नाहीं. सर्व श्लोक-पुराणमित्येव न साधु सर्व । न चापि काव्यं नवमित्यवद्यम्‍। सन्तः परेक्ष्यान्यतरद्भजन्ते मूढः परप्रत्ययनेयबुद्धिः ॥ -कालिदास, सुर १७४. ८९३. Antiquity is alwaysa a mark of verity.

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