Dictionaries | References अ अभिलाषा See also: अभिलाख , अभिलाष Meaning Key Pages Related मराठी पर्यायी शब्दकोश | mr mr | | ना. आकांक्षा , उत्कट इच्छा , कामना , मनीषा , मनोकामना , वासना , हव्यास ; ना. अपहारेच्छा , लालसा , लोभ , हाव , हावरटपणा , हावरेपणा . Related Words SUGGEST A NEW WORD! अभिलाषा : Folder : Page : Word/Phrase : Person Keyword Pages अभिलाषा - कन्हैया कन्हैया पुकारा ... ’अभिलाषा’के अंतर्गत भगवत्प्रेमी संतोंकी सुमधुर कल्याणमयी कामनाओंका दिग्दर्शन करानेवाले पदोंकी छटा भाव-दृष्टिके सामने आती है । अभिलाषा - चालो चालो सखी दर्शन क... ’अभिलाषा’के अंतर्गत भगवत्प्रेमी संतोंकी सुमधुर कल्याणमयी कामनाओंका दिग्दर्शन करानेवाले पदोंकी छटा भाव-दृष्टिके सामने आती है । अभिलाषा - मोहन हमारे मधुवन में ... ’अभिलाषा’के अंतर्गत भगवत्प्रेमी संतोंकी सुमधुर कल्याणमयी कामनाओंका दिग्दर्शन करानेवाले पदोंकी छटा भाव-दृष्टिके सामने आती है । अभिलाषा - मुझे है काम ईश्वरसे ज... ’अभिलाषा’के अंतर्गत भगवत्प्रेमी संतोंकी सुमधुर कल्याणमयी कामनाओंका दिग्दर्शन करानेवाले पदोंकी छटा भाव-दृष्टिके सामने आती है । अभिलाषा - आज मोहिं लागे वृन्दावन... ’अभिलाषा’के अंतर्गत भगवत्प्रेमी संतोंकी सुमधुर कल्याणमयी कामनाओंका दिग्दर्शन करानेवाले पदोंकी छटा भाव-दृष्टिके सामने आती है । अभिलाषा - इतना तो करना स्वामी !... ’अभिलाषा’के अंतर्गत भगवत्प्रेमी संतोंकी सुमधुर कल्याणमयी कामनाओंका दिग्दर्शन करानेवाले पदोंकी छटा भाव-दृष्टिके सामने आती है । अभिलाषा - थे तो आरोगोजी मदनगोपाल... ’अभिलाषा’के अंतर्गत भगवत्प्रेमी संतोंकी सुमधुर कल्याणमयी कामनाओंका दिग्दर्शन करानेवाले पदोंकी छटा भाव-दृष्टिके सामने आती है । अभिलाषा - थे तो आरोगोजी दीनदयाल ... ’अभिलाषा’के अंतर्गत भगवत्प्रेमी संतोंकी सुमधुर कल्याणमयी कामनाओंका दिग्दर्शन करानेवाले पदोंकी छटा भाव-दृष्टिके सामने आती है । अभिलाषा - बसो मेरे नैननि में यह जोर... ’अभिलाषा’के अंतर्गत भगवत्प्रेमी संतोंकी सुमधुर कल्याणमयी कामनाओंका दिग्दर्शन करानेवाले पदोंकी छटा भाव-दृष्टिके सामने आती है । अभिलाषा - बसो मेरे नैननमें नन्दल... ’अभिलाषा’के अंतर्गत भगवत्प्रेमी संतोंकी सुमधुर कल्याणमयी कामनाओंका दिग्दर्शन करानेवाले पदोंकी छटा भाव-दृष्टिके सामने आती है । अभिलाषा - आओ नन्द -नन्दना , आओ मन... ’अभिलाषा’के अंतर्गत भगवत्प्रेमी संतोंकी सुमधुर कल्याणमयी कामनाओंका दिग्दर्शन करानेवाले पदोंकी छटा भाव-दृष्टिके सामने आती है । अभिलाषा - राणोजी रुठे तो म्हारो ... ’अभिलाषा’के अंतर्गत भगवत्प्रेमी संतोंकी सुमधुर कल्याणमयी कामनाओंका दिग्दर्शन करानेवाले पदोंकी छटा भाव-दृष्टिके सामने आती है । अभिलाषा - और आसरो छोड़ , आसरो ले ... ’अभिलाषा’के अंतर्गत भगवत्प्रेमी संतोंकी सुमधुर कल्याणमयी कामनाओंका दिग्दर्शन करानेवाले पदोंकी छटा भाव-दृष्टिके सामने आती है । अभिलाषा - नरसीलो टेर लगावे जी , ... ’अभिलाषा’के अंतर्गत भगवत्प्रेमी संतोंकी सुमधुर कल्याणमयी कामनाओंका दिग्दर्शन करानेवाले पदोंकी छटा भाव-दृष्टिके सामने आती है । : Folder : Page : Word/Phrase : Person Related Pages | Show All सूरह - अल्जुमुआ सूरह - अल्जुमुआ पंचम पटल - ज्ञानरूपविघ्नकथनम् पंचम पटल - ज्ञानरूपविघ्नकथनम् जय मृत्युंजय - झालासां उत्तीर्ण परीक्षा ... जय मृत्युंजय - झालासां उत्तीर्ण परीक्षा ... श्री महाकालिका चालिसा - दोहा मात श्री महाकालिका ध... श्री महाकालिका चालिसा - दोहा मात श्री महाकालिका ध... आश्विन कृष्णपक्ष व्रत - संकष्टचतुर्थी आश्विन कृष्णपक्ष व्रत - संकष्टचतुर्थी तुलसीदास कृत दोहावली - भाग २ तुलसीदास कृत दोहावली - भाग २ जय मृत्युंजय - तडितरुप योद्वा कडाडला झगम... जय मृत्युंजय - तडितरुप योद्वा कडाडला झगम... भगवंत - ऑक्टोबर ७ भगवंत - ऑक्टोबर ७ श्री सत्य नवनाथ पूजा - अध्याय ४ श्री सत्य नवनाथ पूजा - अध्याय ४ माघ वद्य ८ माघ वद्य ८ स्कंध ११ वा - अध्याय २१ वा स्कंध ११ वा - अध्याय २१ वा खंड ६ - अध्याय १४ खंड ६ - अध्याय १४ विविध विषय - अर्चन विविध विषय - अर्चन पञ्चदश पटल - याज्ञिकलक्षण पञ्चदश पटल - याज्ञिकलक्षण एप्रिल २७ - संत एप्रिल २७ - संत काव्यरचना - मानव महंमद काव्यरचना - मानव महंमद प्रेमचंद की कहानियाँ - माँ प्रेमचंद की कहानियाँ - माँ मानसागरी - अध्याय ५ - शुक्रमहादशान्तर्दशाफल मानसागरी - अध्याय ५ - शुक्रमहादशान्तर्दशाफल परिसंख्या अलंकार - लक्षण २ परिसंख्या अलंकार - लक्षण २ मयूरध्वज मयूरध्वज खंड ८ - अध्याय २३ खंड ८ - अध्याय २३ व्रत परिचय तथा नियम व्रत परिचय तथा नियम प्रथम पाद - राजा बाहुकी अवनति प्रथम पाद - राजा बाहुकी अवनति मज्जवहस्त्रोतस - उन्माद मज्जवहस्त्रोतस - उन्माद श्रीवामनपुराण - अध्याय ४८ श्रीवामनपुराण - अध्याय ४८ प्रथम पाद - वेदमालिकी मुक्ति प्रथम पाद - वेदमालिकी मुक्ति सहस्त्र नामे - श्लोक ७१ ते ७५ सहस्त्र नामे - श्लोक ७१ ते ७५ मुचुकुन्द मुचुकुन्द रक्तवहस्त्रोतस् - कामला रक्तवहस्त्रोतस् - कामला प्रेमचंद की कहानियाँ - एक्ट्रेस प्रेमचंद की कहानियाँ - एक्ट्रेस सप्तदश पटल - वायवीसिध्दीः सप्तदश पटल - वायवीसिध्दीः श्रीनरसिंहपुराण - अध्याय २४ श्रीनरसिंहपुराण - अध्याय २४ लिंबोळ्या - मैत्रिणी ! लिंबोळ्या - मैत्रिणी ! प्रेमचंद की कहानियाँ - पुत्र-प्रेम प्रेमचंद की कहानियाँ - पुत्र-प्रेम उत्तरकाण्ड उत्तरकाण्ड सुमित्रानंदन पंत - कहारों का रुद्र नृत्य सुमित्रानंदन पंत - कहारों का रुद्र नृत्य सूरह - सबा सूरह - सबा कुलशेखर आळवार कुलशेखर आळवार खंड १ - अध्याय ४ खंड १ - अध्याय ४ बालकाण्ड - दोहा १४१ से १५० बालकाण्ड - दोहा १४१ से १५० श्रीविष्णुचित्त श्रीविष्णुचित्त रक्तवहस्त्रोतस् - रक्ताचें स्वरुप रक्तवहस्त्रोतस् - रक्ताचें स्वरुप प्रथम पाद - गंगा यमुना संगम प्रथम पाद - गंगा यमुना संगम त्रयोदश पटल - अकाराद्यक्षरक्रमेणप्रश्नफल त्रयोदश पटल - अकाराद्यक्षरक्रमेणप्रश्नफल प्रेमचंद की कहानियाँ - देवी प्रेमचंद की कहानियाँ - देवी रश्मिरथी - द्वितीय सर्ग - भाग ५ रश्मिरथी - द्वितीय सर्ग - भाग ५ श्रीवामनपुराण - अध्याय ७४ श्रीवामनपुराण - अध्याय ७४ राम गणेश गडकरी - संध्यापट गगनीं पसरी । त... राम गणेश गडकरी - संध्यापट गगनीं पसरी । त... रामज्ञा प्रश्न - चतुर्थ सर्ग - सप्तक १ रामज्ञा प्रश्न - चतुर्थ सर्ग - सप्तक १ प्रेमचंद की कहानियाँ - बूढ़ी काकी प्रेमचंद की कहानियाँ - बूढ़ी काकी | Show All : Folder : Page : Word/Phrase : Person Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP