आषाढ़ शुक्लपक्ष व्रत - स्कन्दषष्ठीव्रत

व्रतसे ज्ञानशक्ति, विचारशक्ति, बुद्धि, श्रद्धा, मेधा, भक्ति तथा पवित्रताकी वृद्धि होती है ।


स्कन्दषष्ठीव्रत

( वाराहपुराण ) -

यह व्रत पञ्चमीयुक्त किया जाता है । आषाढ़ शुक्ल पञ्चमीको उपवास करे । षष्ठीको स्कन्दका पूजन करे और फिर एक बार भोजन करे । यह षष्ठी तिथि कुमार कार्तिकेयजीकी तिथि है, इसलिये इसे कौमारिकी कहते है ।

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Last Updated : January 16, 2012

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