संस्कृत सूची|शास्त्रः|वास्तुशास्त्रः|विश्वकर्मप्रकाशः|त्रयोदशोऽध्यायः| त्रयोदशोऽध्यायः त्रयोदशोऽध्यायः श्लोक १ ते २० श्लोक २१ ते ४० श्लोक ४१ ते ६० श्लोक ६१ ते ८० श्लोक ८१ ते १०० श्लोक १०१ ते ११३ विश्वकर्मप्रकाशः - त्रयोदशोऽध्यायः देवताओंके शिल्पी विश्वकर्माने, देवगणोंके निवासके लिए जो वास्तुशास्त्र रचा, ये वही ’ विश्वकर्मप्रकाश ’ वास्तुशास्त्र है । Tags : vastu shastravishwakarmaवास्तुशास्त्रविश्वकर्मा त्रयोदशोऽध्यायः - श्लोक १ ते २० देवताओंके शिल्पी विश्वकर्माने, देवगणोंके निवासके लिए जो वास्तुशास्त्र रचा, ये वही ’ विश्वकर्मप्रकाश ’ वास्तुशास्त्र है । त्रयोदशोऽध्यायः - श्लोक २१ ते ४० देवताओंके शिल्पी विश्वकर्माने, देवगणोंके निवासके लिए जो वास्तुशास्त्र रचा, ये वही ’ विश्वकर्मप्रकाश ’ वास्तुशास्त्र है । त्रयोदशोऽध्यायः - श्लोक ४१ ते ६० देवताओंके शिल्पी विश्वकर्माने, देवगणोंके निवासके लिए जो वास्तुशास्त्र रचा, ये वही ’ विश्वकर्मप्रकाश ’ वास्तुशास्त्र है । त्रयोदशोऽध्यायः - श्लोक ६१ ते ८० देवताओंके शिल्पी विश्वकर्माने, देवगणोंके निवासके लिए जो वास्तुशास्त्र रचा, ये वही ’ विश्वकर्मप्रकाश ’ वास्तुशास्त्र है । त्रयोदशोऽध्यायः - श्लोक ८१ ते १०० देवताओंके शिल्पी विश्वकर्माने, देवगणोंके निवासके लिए जो वास्तुशास्त्र रचा, ये वही ’ विश्वकर्मप्रकाश ’ वास्तुशास्त्र है । त्रयोदशोऽध्यायः - श्लोक १०१ ते ११३ देवताओंके शिल्पी विश्वकर्माने, देवगणोंके निवासके लिए जो वास्तुशास्त्र रचा, ये वही ’ विश्वकर्मप्रकाश ’ वास्तुशास्त्र है । : Folder : Page : Word/Phrase : Person References : N/A Last Updated : January 20, 2012 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP