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रोग पोटांत व औषध डोळयांत

   
Script: Devanagari

रोग पोटांत व औषध डोळयांत

   रोग एका जागीं तर औषध भलत्याच जागीं
   मग गुण कसा येणार, -केसरी २८-२-४१. तु ०-डोळयांत केर कानांत फुंकर.

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