Dictionaries | References

देव न मारे लाठीसे, कुमत देत चढाय

   
Script: Devanagari

देव न मारे लाठीसे, कुमत देत चढाय

   (हिं.) दुष्कृ त्याला शिक्षा म्हणून देव प्रत्यक्ष काठीनें मारीत नाहीं तर त्या माणसाला कुबुद्धि देतो व त्यामुळे त्याचा नाश आपोआप होतो. -सवि ११८१.

Related Words

देव न मारे लाठीसे, कुमत देत चढाय   देव   गुरूनानक देव विद्यापीठ   गुरु नानक देव विश्वविद्यालय   देव गण      अंगद देव   अर्जुन देव   न न   रुचि देव सावर्णि   रुचि देव सावर्णि मनु   रुचि देव सावर्णि मनू   ن(न)   deity   आंचका देत   झटका देत   गचका देत   कुमत   काम न आना   मारे   ओलंपिक देवता   दृढभाव तोच देव   न मस्तवलेला   देवभात   मिरासीचें म्हूण शेत। नाहीं देत पीक उगें   कुणब्‍यासारखा दाता नाहीं, कुटल्‍यावांचून देत नाहीं   कुणब्‍यासारखा दाता नाहीं, ठोकल्‍याबिगर देत नाहीं   देव तारी, त्यास कोण मारी   अर्जन देव   देव प्रतिमा   देव विग्रह   देव ऋण   ऑलंपिक देव   दुश्‌मन न सोवे, न सोने देवे   देव कोहकाळ   देव गांधारी   भावासारिखा देव   देव मूर्ति   बाल बाँका नहीं करना   देव गांधार   देव दिसणें   देव-दूत   देव-धान्य   मारे मारे करणें   मारे मारे करीत फिरणें   मारे मारे फिरणें   मारे मारे हिंडणें   देव पावणें   रुख न देणें   देवगांधारी   पण पंचू न देणें   कामी न येणे   भगवान   ज्‍यापुढें धुपाटणें नाहीं, तो देव नाहीं   देव तशी पूजा आणि संगत तशी वागणूक   ದೇವ ಗಣ   ದೇವ-ದೂತ   पावला तर देव, नाहीं तर धोंडा   देवता   न देवाय न धर्माय   न भूतो न भविष्यति   ईश्वर   के मारे   न पुत्रो न पुत्री   देवगांधार   देवरीण   ताकास तूर लागूं न देणें   गुरु अंगद देव   गुरु अर्जन देव   गुरु अर्जुन देव   गुरू अंगद देव   गुरू अर्जुन देव   पांढरीचें दैवत, पांढरीचा देव   देवऋण   गुरु नानक देव युनिवर्सिटी   देव कर्ता ती वाट   भावार्थी देव पावता   भावार्थ्याक देव पावता   फातर दवरिलो, देव जालो   द्या थै देव   देव दितां देवचार नाट्टा   देव दितां देवचार नाडतां   कुणबीसरीखा दाता नही, मारे बिगर देता नही   आपुण आपणाक, देव समस्तांक   यथा देव, तथा भक्त   देवदूतः   ಓಲಂಪಿಕ್ ದೇವತೆ   धा थंय देव   आदां देव चोरां प्रसन्न   दाष्टयास देव धार्जिणा   राव राबतात, देव कांपतात   भोळा भाव, अंधळा देव   देव दव्हार्‍यांत नांत   देव देव्‍हार्‍यांच बसणें   देव ना देवर्‍यांत   खाता पिता देव दिता   देव नवसाला पावणें   देव पाण्यांत घालणें   न बिगुमा   गरीबाचा देव वाली   
Folder  Page  Word/Phrase  Person

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP