Dictionaries | References

दुर्जनस्य च सर्पस्य वरं सर्पो न दुर्जनः

   
Script: Devanagari

दुर्जनस्य च सर्पस्य वरं सर्पो न दुर्जनः

   दुष्ट मनुष्य व सर्प यांची तुलना केली असतां दुष्ट मनुष्यापेक्षां सर्प बरा असें वाटूं लागतें. सर्पदुर्जनयोर्मध्ये वरं सर्पो न दुर्जन: । सर्पो दशति कालेन दुर्जनस्तु पदेपदे ॥- सुर ५४.३०.

Related Words

दुर्जनस्य च सर्पस्य वरं सर्पो न दुर्जनः      वरं प्राणत्यागो न पुनरधमानामुपगमः।   چ(च)      न च घर्मो दयापरः।   चकारः   न न   ن(न)   न पश्यति च जन्मांधः कामांधो नैव पश्यति।   दुर्जनः   सुखं च ये शयनै च मे   काकोपि जीवति चिरं च बलिं च भुंक्ते।   चू   काम न आना   व्यंजनाक्षर च   व्यञ्जनाक्षर च   च व्यंजन   च लारि   च सारि   न भूतो न भविष्यति            چ   व्यंजन अक्षर च   व्यञ्जन अक्षर च   चवर्गी   समूलं च विनश्यति   बाल बाँका नहीं करना   न चोरहार्यं (विद्याधन)   कामी न येणे   न हिंदुः प्रभुरात्मनः।   विज्ञान-तथा-च प्रौद्योगिकी मन्त्री   न देवाय न धर्माय   न पुत्रो न पुत्री   वरं प्राणपरित्यागो मानभंगेन जीवनात्   गडं च सास्‍वडं चैव, स्‍वास्‍वडं च गडस्‍तथा   न बिगुमा   व्यंजनाक्षर न   व्यञ्जनाक्षर न   न अक्षर   न व्यंजन   कफी न   गोबाय न   गौथुम न   संग्रा न   दालान न   जथुम न   बांग्ला न   बिखुमजोनि न   लाइफां न   रान्दिनि न   फाक्का न   न उष्टावलेला   न कपलेला   न गायसन   न गैजारङै   न जोखलेले   न पाहण्याजोगा   न बानायनाय   न मालिक   न रैखागिरि   पारलामेन्ट न   पन्चायत न   न बिगोमाजो   न लोटलेला   न नेग्रा   न भोगलेला   न मागता   न मोजलेला   न लुनाय   न उतरणें   न खाण्याजोगा   न गायसनजा   न बां   बायखोन्दा न   कामातुराणां न भयं न लज्‍जा।   अर्थातुराणां न पिता न बंधुः   बांला न   न तुटणारा   न बोलणे   आफाद न   अट्टालिखा न   थालानै न   बिहावनि न   लिर(न)   न उडणारा   न कळलेला   न कापलेला   न केलेला   न खाल्लेला   न चाखलेला   न तासलेला   न तोललेले   न थांबविण्याजोगा   न नमलेला   न नांगरलेला   न पाहण्यासारखा   न फसं   
Folder  Page  Word/Phrase  Person

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP