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चांगले पुस्‍तकापरी, संग रम्‍य न भुवरी

   
Script: Devanagari

चांगले पुस्‍तकापरी, संग रम्‍य न भुवरी

   चांगल्‍या पुस्‍तकाच्या सहवासाइतके रमणीय पृथ्‍वीवर दुसरे काही नाही. काव्यशास्‍त्रविनोदेन कालो गच्छति धीमताम्‌।

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