Dictionaries | References ऋ ऋग्वेद प्रातिशाख्य ऋग्वेद प्रातिशाख्य;Ṛg-veda-prātiśākhya Variations : ऋ. प्रा.; RPrāt. | Show All चतुश्चत्वारिंशत् चतुष्क चतुष्क्रम चतुष्पद चर्च् चाष चोदक चोदन जिह्वाप्रथन जीव ज्योतिष्मत् तथागत ताराज् तालव्य तालु तालुस्थान तावता तृच तृतीय तृतीयता तृप्त तैरोव्यञ्जन त्रिकद्रुकीय त्रिक्रम त्रिमात्र त्रिशस् त्रिष्टुभ् त्व दन्तमूलीय दशक दशसहैक दशिन् द्राघित द्राघ् द्विपदा द्विमात्रा द्विवचस् द्विषंधि द्वैपद द्व्यृच धृ ध्रुव नकुल नत नद्ध नन्तृ नम् नम्य नवक नष्टरूपा नष्टरूपी नाकुल नादता नानाग्रह निःसृज् निभता नियत नियम नियम् निरास निर्ब्रू निर्भुज निर्वाच्य निर्ह्रस् निहन् नी नीचीकृ न्यङ्कुसारिणी न्यस्त न्यास पङ्क्त्युत्तरा पञ्चाल पटल पदता पदपङ्क्ति पदवृत्ति पद्मगर्भ पद्य पयस् पर परक्रम परतस् परमेष्ठिन् परामृष्ट परिक्रम परिग्रह परिग्रह् परिपद् परिपन्न परिपूर्ति परिभावितत्व परिभाषितत्व परिलुप् परिलुप्त परिलोप पाङ्क्तकाकुभ पादतस् पादनिचृत् पादपूरण पारायण पार्षदीय पिपीलिकमध्यमा पिपीलिकमध्या पीडन पुंस्प्रवाद पुरउष्णिह् पुरस्तात् पुरस्ताद्बृहती पूर्वपद्य पूर्व्य पृथक्श्रुति पौरुष प्रकम्प् प्रकर्षण प्रगाथ प्रगृहीतपद प्रचयस्वर प्रतिकण्ठम् प्रतिपत्तिभेद प्रतिमा प्रतिलोम प्रतिवृत्ति प्रतिष्ठा प्रतिस्वम् प्रतिहार प्रत्न प्रत्यादान प्रत्याम्ना प्रत्युच्चर् प्रत्येतव्य प्रथन प्रथमभाविन् प्रदर्शक प्रदर्शन प्रदेश प्रमा प्रयोक्तृ प्रयोग प्रवचन प्रवादिन् प्रविग्रह प्रश्न प्रश्लित प्रसक्ति प्रस्तारपङ्क्ति प्रस्वृ प्राच्य प्राच्यपदवृत्ति प्रातिशाख्यभाष्य प्रायस्य प्लु बर्बरता बहिष्टाज्ज्योतिस् बहुक्रम बहुपाद बह्वक्षर बह्वभिधान बार्हत बार्हतानुष्टुभ बृंहण बृहती ब्राह्मणपथ भक्ति भाज् भाव भाविन् भुग्न भुरिज् भेद मण्डल मध्येज्योतिस् मन्द्र मर्षीका महापङ्क्ति महापदपङ्क्ति महाबार्हत महाबृहती महासतोबृहती महासतोमुखा मांडूकेय मात्रिका मित मिताक्षर मुखेभव मृद्ववग्रह यथागृहीतम् यथादिष्टम् यथापदम् यथार्थम् यथावकाशम् यथावत् यथासंधि यथासंहितम् यथोदय यथोदित यवमध्य यास्क रक्त राग राज् | Show All Folder Page Word/Phrase Person Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP