Dictionaries | References B Bhagavadgîtâ | श्रीमद्भगवद्गीता Bhagavadgîtâ ;Bhagavad-gītā;Bhagavatī-gītā Variations : भ, गी.; भ. गीता.; भ, गी.; भ. गी; भ. गी.; Bg.; Bg. ; Bg ; Bhag.; Bhagavatīg. | Show All विमुह् विमूढ विमूढात्मन् विमृश् विमोक्ष विलग् विविक्त विविक्तसेविन् विशारद विशाल विशुद्धि विश् विश्व विश्वतस् विषद् विषम विषय विष्टम्भ् विसर्ग विसृज् विस्तर विस्तार वीत वीतरागभयक्रोध वृक वृजिन वृत् वेद वेदवादरत वेदान्तकृत् वेप् वैनतेय वैराग्य वैराग्यम् वैरिन् वैश्वानर व्यक्ति व्यतितॄ व्यती व्यतीत व्यथ् व्यनुनद् व्यपाश्रय व्यपेत व्यभि व्यभिचार व्यवसाय व्यवसायिन् व्यवस्थित व्यवस्थिति व्यात्त व्याप् व्याप्त व्यामिश्र व्यूढ व्रज् व्रत शंस् शक्य शक्रतेजस् शङ्ख शठ शतशस् शब्द शम शरीरम् शरीरयात्रा शरीरिन् शस्त्रम् शस्त्रसम्पात शान्तरजस् शास् शास्त्रम् शिखण्डिन् शिष्ट शिष्य शुक्ल शुचि शुच् शुभाशुभ शुश्रूषु शुष् शोकसंविग्नमानस श्रद्दधान श्रद्धा श्रद्धामय श्रद्धावत् श्रुतिविप्रतिपन्न श्रेयस् श्वन् श्वेत संकर संख्यम् संग संगिन् संग्रह संघात संछिद् संजय संज्ञा संज्ञार्थम् संतुष् संतुष्ट संन्यसन संन्यसनम् संन्यस् संन्यस्त संन्यास संन्यासिन् संपद् संपात संप्लु संभव संभावित संभू संमूढ संयम संयमाग्नि संयमिन् संयम् संया संविग्न संवृत्त संशय संशयात्मन् संशुद्ध संशुद्धकिल्बिष संशुद्धि संश्रित संसद् संसिद्धि संस्तम्भ् संस्थापनम् संस्पर्श संस्मृ संहृ सचेतस् सज् सञ्ज् सततयुक्त सत् सत्त्वम् सत्त्वसंशुद्धि सत्त्वस्थ सत्त्वानुरूप सद् सद्भाव सपत्न सम समचित्तत्व समती समत्व समदुःखसुख समन्त समवे समवेत समाधा समाधि समारम्भ समास समाहृ समितिंजय समुत्थ समुद्यम समुपस्थित समृद्ध समृद्धवेग सम्पद् सम्प्रकीर्तित सम्प्रतिष्ठा सम्प्लुतोदक सम्यग्व्यवसित सम्यच् सरस् सर्ग सर्व सर्वतस् सर्वत्र सर्वथा सर्वभाव सर्वभृत् सर्वलोकमहेश्वर सर्वहर सर्वाश्चर्यमय सविकार सव्य सह सहयज्ञ सह् सांख्य सात्त्विक साधर्म्यम् साधिभूताधिदैव साधियज्ञ सामन् सामर्थ्यम् सामासिक साम्य साम्यम् सिंह | Show All Folder Page Word/Phrase Person Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP