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मैत्रायणी संहिता

मैत्रायणी संहिता;Maitrāyaṇī-saṃhitā;Maitrāyaṇī-saṃhitā  
Variations : मै. सं.; Maitrā.; MaitrS.; Maitr.

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कुष्ठा   कुसिता   कुसितायी   कूबर   कूयव   कूश्म   कृ   कृकलास   कृकवाकु   कृतस्थला   कृत्   कृष्णकर्ण   कृष्णवाल   कृष्णशफ   कृष्णशबल   कृष्णशीर्षन्   केतपू   केशिन्   केसरपाश   कौन्त   कौलकावती   कौलीक   कौशिकत्व   कौसित   क्रीडि   क्रीत   क्रीत वैतहोत्र   क्रीलि   क्रुञ्च   क्शा   क्षयण   क्षाम   क्षामवत्   क्षिप्रश्येन   क्षुद्रपृषती   क्षुरपवि   क्षुल्लकवैश्वदेव   क्षेत्रंजय   क्षेष्णु   क्षोदिष्ठ   खंडिक औद्भारि   खड्ग   खण्डिक   खल्य   खिलकाण्ड   गणपति   गणिन्   गन्धर्वेष्ठा   गर्तेष्ठा   गर्भमृत्   गहनेष्ठ   गांगौच्य   गांदोहसंनेजन   गाथानाराशंसी   गायत्रच्छन्दस्   गार्मुत   गावीधुक   गिरिक   गिरिपर   गिरिसुत   गुरुमुष्टि   गृहमेध   गृह्य   गोत्व   गोनाम   गोनामिक   गोविकर्त   गोषद्   गोषादी   गौधूम   गौपालायन   ग्रह्   ग्रामणीथ्य   ग्लौ   घस्   घृतमिन्व   घृतस्तोम्य   घृतान्वक्त   चक्रवृत्त   चतुःशराव   चतुर्होतृत्व   चतुश्चत्वारिंशिन्   चतुस्तना   चमसाध्वर्यु   चरमतस्   चरित्र   चषाल   चातुर्होतृक   चाय्   चित्पति   चुबुकदघ्न   चुश्चुषाकारम्   चैत्रेय   छदिर्दर्श   छन्दःप्रतिष्ठान   जनद्वत्   जनधा   जन्   जय   जानराज्य   जानुका   जाम्बिल   जायुक   जितमनस्   जिह्व   जीवग्राहम्   जीवतण्डुल   जीवनश्   जीवनस्या   जीवातु   जुहूत्व   जुहूमग्रीय   ज्ञात्र   ज्यानि   ज्युत्   ज्येष्ठबन्धु   ज्येष्ठराज्   ज्येष्ठलक्ष्म   ज्येष्ठलक्ष्मी   ज्वलन   ज्वाल   तक्षरथकार   तन्   तपःपरार्ध   तपोजा   तरक्षु   तरी   तरुणिमन्   ताजक्   तानूनप्त्रिन्   तावत्तात्   तित्तिर   तुथ   तुर्यवह्   तुषपक्व   तोते   त्यजप   त्रिंशत्त्व   त्रिषत्य   त्रिष्टुप्छन्दस्   त्रेधासंनद्ध   त्रैत   त्रैधातव्या   त्र्यवि   त्र्युद्धि   त्वदानीम्   त्वष्टावरूत्री   त्वष्टृमत्   थुर्व्   दंड   दक्षिणतःसद्   दक्षिणात्व   दक्षिणात्सद्   दक्षिणाप्रहरण   दङ्क्ष्णु   दण्ड   दधिक्रावती   दन्तिन्   दर्भपिञ्जूल   दर्विदा   दर्शपूर्णमासिन्   दशत्   दशहोतृ   दात्यौह   दात्राकर्ण   दार्भ्य   दिव्   दुःशीर्ततनु   दुःशृत   दुग्धभृत्   दुरभि   दुह्   दूरोहण   देवगवी   देवपाणि   देवयजनत्व   देवविशा   देवायु   देवायू   देवेषु   दैड   दोह्य   द्राघ्मन्   द्रुम्भूली   द्रुह्   द्रू   द्रोणचिति   द्वादशायोग   द्वितीयत्व   द्वेषोयवन   धर्मधारय   धा   धूर्ति   धेनुम्भव्या   धेनुष्टरी   ध्यान   ध्रज्   ध्रञ्ज्   ध्राज्   ध्वरा   
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