वंदन n. एक ऋषि, जिस पर अश्वियों की कृपा थी । यह जब कुऍं में गिरा था, तब अश्वियों ने इसे बाहर निकाला
[ऋ. १.११६.११, ११७.५, १०.३९.८] । पुराना रथ जिस प्रकार नया बनाया जाता है, उसी प्रकार अश्वियों ने इसे तरुण बनाया
[ऋ. १. ११९.७] ; इसकी आयु बढाई; एवं इसका उद्धार किया
[ऋ.१.११६] । सायण के अनुसार, कुऍं में गिरने के कारण इसे अपने पत्नी का विरह हुआ था, जिसे भी अश्वियों ने दूर किया ।