प्रोति (कौशांबेय), प्रोति (कौसुरुबिन्दि) n. एक आचार्य, जो उद्दालक ऋषि का शिष्य और उसका समकालीन था
[श.ब्रा.१२.२.२.१३] । गोपथ ब्राह्मण में इसे ‘प्रेदि कौशाम्बेय कौसुरविन्द’ कहा गया है
[गो. ब्रा.१.२.२४] । किसी कुसुरुविन्द का वंशज होने के कारण, इसे यह नाम प्राप्त हुआ होगा । तैत्तिरीय संहिता में इसे औद्यालकि (उद्दालक का वंशज) कहा गया है
[तै.सं.७.२.२.१] । इससे प्रतीत होता है कि, इसके पैतृक नाम एवं समकालीनता से सम्बन्धित वक्तव्यों को अधिक महत्त्व न देना चाहिये ।