Dictionaries | References

काई

   
Script: Devanagari
See also:  कांई

काई     

हिन्दी (hindi) WN | Hindi  Hindi
noun  एक प्रकार की महीन घास या सूक्ष्म वनस्पति जाल   Ex. तालाब किनारे के मंदिर की सीढ़ियों पर बहुत काई जमी है ।
ONTOLOGY:
वनस्पति (Flora)सजीव (Animate)संज्ञा (Noun)
Wordnet:
bdबादामालि
benশ্যাওলা
gujશેવાળ
kasماس
malപായല്‍
marशेवाळे
mniꯏꯁꯡ
panਕਾਈ
tamபாசி
noun  पानी की सतह पर जमने वाली अशुद्धि या सूक्ष्म वनस्पति   Ex. घड़े को प्रतिदिन साफ न करने पर उसमें काई जम जाती है ।
ONTOLOGY:
वस्तु (Object)निर्जीव (Inanimate)संज्ञा (Noun)
Wordnet:
gujલીલ
mniꯀꯏ
noun  वह हरा मुरचा जो तांबे, पीतल के बरतनों पर लगता है   Ex. खटाई से माँजने पर काई निकल आती है ।
ONTOLOGY:
प्राकृतिक वस्तु (Natural Object)वस्तु (Object)निर्जीव (Inanimate)संज्ञा (Noun)
Wordnet:
asmকঁহ
benকাই
gujકાઈ
kasزَنٛگارٕ
urdکائی

काई     

A dictionary, Marathi and English | Marathi  English
What?

काई     

१ ( काव्य ) काय ? काइ पहा . ' एरीकडे श्रीचक्रपाणी । कांई करितें जाले । - शिशु ८५२ . ' एरें प्राकृतें कांई जाली । - दाव ३४० . ' तेणें मतें काज काई । ' विउ ८ . १३ . २ कसें ? ३ कांही तरी . ' मेला काळा विकाळ दशानन करुन काई । ' राला ९ .
वि.  ( तं .) कच्चा . - न . कच्चें फळ . ( द्रा . का . काई = कच्चें फळ )

Related Words

काई जमना   कोठें काई कोठें काई, म्‍हातारीला न्हाण येई   काई   हा हात मोडला तर काई हा हातु मोडावा   सुवर्णांच्या पायरेचाः तरी काई डोईये चालो येइल   आप मुवा विना काई सरग जवाये?   जें झालेंची नाहीं, तयाची वार्ता पुससि काई।।   जे काई पण थाय, ते सारानेज वास्‍ते   (जेथें) नगार्‍याची घाई, तेथे टिमकीचें काई   जेथे नगार्‍याची घाई, तेथे टिमकी तुझें काई   भन्नंगे भन्नंगा काई द्यावें   नगार्‍याची घाई, तेथें टिमकी तुझें काई   वैरियाचा देव जाला तर काई दगडे फोडावा   ಪಾಚಿ ಕಟ್ಟು   शेवाळणे   കൈവശമാവുക   शेवाळे   শেলুৱৈ   moss   scum   کائی   പായല്‍   பாசி   শ্যাওলা   ماس   શેવાળ   ଶିଉଳି   ਕਾਈ   बादामालि   शेळो   सिवार जमना   सिवाल जमना   सेवार जमना   शैवाल जमना   ब्रह्मवाचा   ब्रह्मावाणी   नक्कारखानेमें तूती की आवाज   आनान   जम्‍नु   कचीकाइ   बळवंडे   बडयाचें बडें, तेथें काय सुंठीचें कुडें   धांव घालणें   निपोटारा   नुलथणें   पुलिका   कांई   काइरस   अपुष्प वनस्पति   भले भले गेले गोते खात, झिंझुरटें म्हणे माझी काय वाट?   सुइजणें   तवट   कर्ण्यापुढें पुंगीच्या आवाजाची काय मातबरी   उटिजणें   उटीजणें   भवर   सतुक   बसव   फोडी लागणें   वितणें   शिकेकई   ताइवान   देखी   सांदण   चांदणें   कसाब   अवगुणी   कीळ   लांचाविणे   विरू   विरूं   शिकेकाई   वरो   वाऊ   वाए   वाओ   सुजणें   जाळणें   सरोभरी   भृत्या   दोडका   कैरी   लावक   विरंगुळणें   सरोबरी   खिळणें   तागा   उवाइणें   उवायिणें   मां   नवाई   रोडका   लांचावणे   आत्या   जमना   दर्पण   रोड   घाई   चकित   सहसा   
Folder  Page  Word/Phrase  Person

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP