Dictionaries | References

अब्रु गेल्यावरी परवा न धरी

   
Script: Devanagari

अब्रु गेल्यावरी परवा न धरी

   मनुष्याला जोपर्यंत अब्रु आहे किंवा त्याला अब्रुची चाड आहे तोपर्यंत तो इतरांची परवा ठेवतो
   पण एकदां अब्रु गेली म्हणजे तो बेफिकीर होऊन त्यास कोणाचीहि परवा धरण्याचें कारण राहत नाहीं.

Related Words

अब्रु गेल्यावरी परवा न धरी   परवा      न न   धरी   ن(न)   काम न आना   लाज नाहीं अब्रु, कशाला घाबरुं   अब्रु घेऊन जातें, तें प्राणावर येतें   अति शोक धरी तें मूर्खत्व शोक न करी तें निर्दयत्व   ਧਰੀ   ଝରା   ധരി   دٔری   دَھری   आहारीं व्यवहारी कदापि लज्जा न धरी   चांगले करी, त्‍याचें भय न धरी   बाल बाँका नहीं करना   कोणावरहि जो प्रीति न करी, त्‍यावर कोणी लोभ न धरी   अब्रु घेणें   अब्रु जाणें   कामी न येणे   न देवाय न धर्माय   न भूतो न भविष्यति   न पुत्रो न पुत्री   न बिगुमा   व्यंजनाक्षर न   व्यञ्जनाक्षर न   न अक्षर   न व्यंजन   अस्ति   कफी न   गोबाय न   गौथुम न   संग्रा न   दालान न   जथुम न   बांग्ला न   बिखुमजोनि न   लाइफां न   रान्दिनि न   फाक्का न   न उष्टावलेला   न कपलेला   न गायसन   न गैजारङै   न जोखलेले   न पाहण्याजोगा   न बानायनाय   न मालिक   न रैखागिरि   पारलामेन्ट न   पन्चायत न   न बिगोमाजो   न लोटलेला   न नेग्रा   न भोगलेला   न मागता   न मोजलेला   न लुनाय   न उतरणें   न खाण्याजोगा   न गायसनजा   न बां   बायखोन्दा न   आपली अब्रु, संभाळ गबरु   अब्रु गाड्यावरुन चालणें   अब्रु गाड्यावरुन जाणें   कामातुराणां न भयं न लज्‍जा।   अर्थातुराणां न पिता न बंधुः   बांला न   न तुटणारा   न बोलणे   आफाद न   अट्टालिखा न   थालानै न   बिहावनि न   लिर(न)   न उडणारा   न कळलेला   न कापलेला   न केलेला   न खाल्लेला   न चाखलेला   न तासलेला   न तोललेले   न थांबविण्याजोगा   न नमलेला   न नांगरलेला   न पाहण्यासारखा   न फसं   न बरसणारा   न भरलेला   न मस्तवलेला   न मापलेला   न वापरलेला   न समजणारा   न सांगण्याजोगा   दोनथुमग्रा न   न बिगोमा   
Folder  Page  Word/Phrase  Person

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP