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हरिजू की आरती बनी। अति वि...

विराट भगवान - हरिजू की आरती बनी। अति वि...

आरती हिन्दू उपासना की एक विधि है
Aarti, ãrti, arathi, or ãrati is a Hindu ritual


हरिजू की आरती बनी।
अति विचित्र रचना रचि राखी, परति न गिरा गनी॥ हरिजू ..
कच्छप अध आसन अनूप अति, डांडी सहस फनी।
महि सराव, सप्त सागर घृत-बाती सैल घनी। हरिजू ..
रवि-शशि ज्योति जगत परिपूरन, हरति तिमिर रजनी।
उड़त फुल उड्डन नभ अन्तर, अंजन घटा घनी॥ हरिजू ..
नारदादि, सनकादि प्रजापति, सुर-नर-असुर अनी।
काल-कर्म-गुनओर-अंत नहिं, प्रभु-इच्छा रजनी॥ हरिजू ..
यह प्रताप दीपक सुनिरंतर, लोक सकल भजनी।
सूरदास सब प्रकट ध्यान में अति विचित्र सजनी॥

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References :
http://ind.jagran.com


Last Updated : July 14, 2016

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