देवीके लिये विहित-प्रतिषिध्द पत्र-पुष्प

प्रस्तुत पूजा प्रकरणात भिन्न भिन्न देवी-देवतांचे पूजन, योग्य निषिद्ध फूल यांचे शास्त्र शुद्ध विवेचन आहे.


देवीके लिये विहित-प्रतिषिध्द पत्र-पुष्प
आक और मदारकी तरह दूर्वा, तिलक, मालती, तुलसी, भंगरैया और तमाल विहित-प्रतिषिध्द हैं अर्थात् ये शास्त्रोंसे विहित भी हैं और निषिध्द भी है । विहित-प्रतिषिध्दके सम्बन्धमें तत्त्वसागरसंहिताका कथन है कि जब शास्त्रोंसे विहित फूल न मिल पायें तो विहित-प्रतिषिध्द फूलोंसे पूजा कर लेनी चाहिये ।

N/A

References : N/A
Last Updated : December 03, 2018

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP