Dictionaries | References

न पढा न सिखा, नाम विद्यासागर

   
Script: Devanagari

न पढा न सिखा, नाम विद्यासागर

   नांव तर विद्यासागर पण लिहितां वाचतां येत नाहीं
   नांवांत कांहीं अर्थ नसतो. तु०
   ‘नांव सोनुबाई हातीं कथलाचा वळा लछमी तो गोबर बेचे, भीक मागे धनपाळा। अमरसिंह तो मर गये, भला बिचारा ठणठणपाळ॥

Related Words

न पढा न सिखा, नाम विद्यासागर      न न   ن(न)   नाम   काम न आना   बाल बाँका नहीं करना   कामी न येणे   न देवाय न धर्माय   न भूतो न भविष्यति   न पुत्रो न पुत्री   वंश नाम   न बिगुमा   व्यंजनाक्षर न   व्यञ्जनाक्षर न   न अक्षर   न व्यंजन   कफी न   गोबाय न   गौथुम न   संग्रा न   दालान न   जथुम न   बांग्ला न   बिखुमजोनि न   लाइफां न   रान्दिनि न   फाक्का न   न उष्टावलेला   न कपलेला   न गायसन   न गैजारङै   न जोखलेले   न पाहण्याजोगा   न बानायनाय   न मालिक   न रैखागिरि   पारलामेन्ट न   पन्चायत न   न बिगोमाजो   न लोटलेला   न नेग्रा   न भोगलेला   न मागता   न मोजलेला   न लुनाय   न उतरणें   न खाण्याजोगा   न गायसनजा   न बां   बायखोन्दा न   कामातुराणां न भयं न लज्‍जा।   अर्थातुराणां न पिता न बंधुः   बांला न   न तुटणारा   न बोलणे   आफाद न   अट्टालिखा न   थालानै न   बिहावनि न   लिर(न)   न उडणारा   न कळलेला   न कापलेला   न केलेला   न खाल्लेला   न चाखलेला   न तासलेला   न तोललेले   न थांबविण्याजोगा   न नमलेला   न नांगरलेला   न पाहण्यासारखा   न फसं   न बरसणारा   न भरलेला   न मस्तवलेला   न मापलेला   न वापरलेला   न समजणारा   न सांगण्याजोगा   दोनथुमग्रा न   न बिगोमा   न बेंग्रा   आलासि-न   खासोर न   संसद न   मोब्लिब न   फावथाइ न   न घडण्याजोगा   न स्त्रीस्वातन्त्र्यमर्हति।   हाथरखि न   न गैजारङि   व्यक्तिवाचक संज्ञा   वारा न घेणें, न पडूं देणें   काडी न मोडे व डोळा न फुटे   दुश्‌मन न सोवे, न सोने देवे   गांडीचा घाव, न दाखविता न मिरविता   व्यंजन अक्षर न   व्यञ्जन अक्षर न   
Folder  Page  Word/Phrase  Person

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP