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एक श्रमी द्रव्यास्तव, दुजा इच्छी कीर्ति वैभव

   
Script: Devanagari

एक श्रमी द्रव्यास्तव, दुजा इच्छी कीर्ति वैभव

   काही लोक संपत्ती मिळविण्याकरितां श्रम करतात तर काही कीर्तीकरितां करतात.

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