Dictionaries | References श शाकुंतल | अभिज्ञान शाकुंतल ( अभिज्ञान ) शाकुंतल;Śākuntala, the drama Abhijñāna-śakuntalā of Kālidāsa;Śakuntalā Variations : शा.; Śāk.; Śak. | Show All परिणीतपूर्वा परिदेविन् परिनिर्वाण परिपतन परिबाधा परिबोध परिबोधवत् परिमुक्तबन्धन परिलग्न परिवर्धित परिवह परिवाहिन् परिवृत्त परिसमाप्त परिस्पर्धिन् परिहत परिहर परिहरणीय परिहार परिहासविजल्पित परुषीभू परोक्षमन्मथ पर्याकुलय पर्युत्सुकीभू पर्युपासन पर्वत पर्वभाग पवनोत्कम्पिन् पश् पश्चाद्बद्धपुरुष पश्चार्धे पांसुल पाण्डुपत्त्र पाण्डुसिकत पातनीय पात्रहस्त पादन्यास पादान्तरे पार्वतायन पालन पालनकर्मन् पिण्डभाज् पिपासत् पिशुन पिशुनय पुटकिनीपत्त्र पुत्रकृतक पुत्रपिण्डपालन पुनरुक्तवादिन् पुरःस्थित पुरु पुरुषकेसरिन् पुलकाचित पुष् पुष्पभाजन पुष्पशय्या पूरु पूर्व पूर्वगत पूर्वावधीरित पृच्छक पौरकार्य पौरव पौरुहूत प्रकामविनत प्रकाश प्रकाशेतर प्रकृति प्रकृतिस्थदर्शन प्रक्षेप्य प्रग्रह् प्रच्छाय प्रछ् प्रज्ञापित प्रतर्क प्रताम्र प्रतिज्ञापित प्रतिपत्ति प्रतिपद् प्रतिपात्रम् प्रतिपादनीय प्रतिपालनीय प्रतिपाल्य प्रतिबन्ध प्रतिबन्ध् प्रतिबोधवत् प्रतियत् प्रतिरूपक प्रतिवचनीकृत प्रतिवातम् प्रतिवार्त्ता प्रतिषिद्धवाम प्रतिषेधाक्षर प्रतिष्ठा प्रतिष्ठित प्रतिसृज् प्रतिहत प्रतीति प्रतीप प्रत्यक्षीकृत प्रत्यभिज्ञात प्रत्यभिनन्द् प्रत्यभिहित प्रत्ययकारण प्रत्ययप्रतिवचन प्रत्यवाय प्रत्याख्यात प्रत्यादिष्ट प्रत्यासत्ति प्रत्युत्पन्नमति प्रत्युपपन्न प्रथमपरिगृहीत प्रथमवृत्तान्त प्रपन्न प्रबोध प्रभातकरणीय प्रभातरल प्रभुता प्रमत्त प्रमाण प्रमाणाधिक प्रमाणानुरूप प्रयत्नप्रेक्षणीय प्रयस्त प्रयुक्त प्रयोजन प्ररूढ प्रवातसुभग प्रविभक्तरश्मि प्रविष्टक प्रवृत्तपारण प्रवेशयितव्य प्रवेश्य प्रष्टव्य प्रसभदमन प्रसर प्रसर्पिन् प्रसारिन् प्रसृति प्रस्थानविक्लवगति प्रस्थित प्रस्निग्ध प्राक् प्राग्रसर प्राज्यवृष्टि प्राणवत् प्राणसार प्राप्तकाला प्रार्थयितृ प्रियंवदा प्रियनिवेदयितृ प्रियमण्डन प्रेक्षणीय प्रेरित प्रेर् प्रेषित प्रेष् प्रौढाकृष्ट प्लुति फलागम बद्ध बद्धकदम्बक बद्धदृष्टि बद्धवैर बन्धनीय बन्धुरकोमलाङ्गुलि बहिर्दृश् बहु बहुधन बहुपत्नीक बहुलीकृत बहुलीभूत बाणपातवर्तिन् बाणसंधान बाणासन बाधन बालतरु बालपादप बाष्पकण्ठ बाहूत्क्षेपम् बिन्दुकित बिम्बाधर बिसाभरण बोधपूर्वम् ब्रह्मघातिन् ब्रह्मदत्त ब्रह्मन् भग्नशृङ्ग भग्नास्थि भरत भर्तृमती भागधेय भाग्यायत्त भानुमती भावमधुर भावस्थिर भिद् भिन्नगति भिन्नदेशत्व भिन्नार्थ | Show All Folder Page Word/Phrase Person Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP