Dictionaries | References म मैत्रेयी Meaning Key Pages Related A Sanskrit English Dictionary | sa en | | मैत्रेयी f. af. See below. मैत्रेयी f. bf.N. of the wife of याज्ञवल्क्य, [ŚBr.] of अहल्या, [ṢaḍvBr.] of सुलभा, [ĀśvGṛ.] The Practical Sanskrit-English Dictionary | sa en | | मैत्रेयी [maitrēyī] N. N. of the wife of याज्ञवल्क्य. प्राचीन चरित्रकोश | hi hi | | मैत्रेयी n. एक सुविख्यात ब्रह्मवादिनी स्त्री, जो याज्ञवल्क्य महर्षि की दो पत्नियों में से एक थी [बृ.उ.४.५.१] । बृहदारण्यक उपनिषद में इसका अनेक बार उल्लेख प्राप्त है, जहॉं इसके एवं याज्ञवल्क्य ऋषि के संवाद उद्धृत किये गये हैं [बृ.उ.२.४.१-२,४.५.१५] । यह संभवतः ब्रह्मवाह के पुत्र याज्ञवल्क्य की पत्नी होगी । मैत्रेयी n. याज्ञवल्क्य महर्षि ने संन्यास लेने पर, उसकी जायदाद में से उसके अध्यात्मिक ज्ञान का हिस्सा मैत्रेयी ने मॉंगा । उस समय मैत्रेयी एवं याज्ञवल्क्य के बीच हुए संवाद का निर्देश ‘बृहदारण्यक उपनिषद’ में प्राप्त है [बृ.उ.४.५.१-६] । मैत्रेयी ने कहा, ‘मुझे अध्यात्मिक ज्ञान की आकांक्षा इसलिए है किं, साक्षात् सुवर्णमय पृथ्वी प्राप्त होने पर भी मुझे अमरत्व प्राप्त नही होगा, जो केवल अध्यात्मज्ञान से प्राप्त हो सकता है । जिस संपत्ति से मुझे अमरत्व प्राप्त नहीं होगा, उसे ले कर मैं क्या करुं’ (येनांह नामृता स्यागों, किमहं कुर्यागों) । फिर याज्ञवल्क्य ने इसे जवाब दिया, ‘जो तुम कह रही हो वह ठीक है । तुम्हारे इन विचारों से मैं प्रसन्न हूँ । इसी कारण, मैं तुम्हे आत्मज्ञान सिखाना चाहता हूँ । आत्मा का अध्ययन एवं मनन करने से ही संसार के हर एक वस्तु का ज्ञान प्राप्त होता है । इसी कारण, इस सर्वश्रेष्ठ ज्ञान का साक्षात्कार मैं तुम्हें करना चाहता हूँ’। इस संवाद में आत्मा शब्द का अर्थ ‘विश्व का अन्तीम सत्य’ लिया गया है । बृहदारण्यक उपनिषद में अन्यत्र याज्ञवल्क्य एवं मैत्रेयी के बीच हुए अन्य एक संवाद का निर्देश प्राप्त है [बृ.उ.४.५.११-१५] । मैत्रेयी याज्ञवल्क्य से पूछती है, ‘मनुष्य जब बेहोश होता है, तब उसकी आत्मा का क्या हाल होता है ? वह परमात्मा से विलग होता है, या वैसा ही रहता है’? उसपर याज्ञवल्क्य ने जवाब दिया, ‘बेहोश अवस्था में भी आत्मा एवं परमात्मा एक ही रहते है, क्यों कि, आत्मा ‘अगृह्य’ ‘अशीर्य’ एवं ‘असंग’ रहता हैं’। याज्ञवल्क्य के द्वारा आत्मज्ञान की प्राप्त होने पर, अपनी सारी जायदाद अपनी सौत कात्यायनी को दे कर, यह याज्ञवल्क्य के साथ वन में चली गयी । Puranic Encyclopaedia | en en | | MAITREYĪ Wife of the sage Yājñavalkya. She was one of the most learned and virtuous women in ancient India. There are innumerable references to her in the Purāṇas. (For details about her splendour see under Candrāṅgada). Related Words SUGGEST A NEW WORD! मैत्रेयी : Folder : Page : Word/Phrase : Person Keyword Pages मैत्रेयी हिंदू धर्मातील पुराणे अतिप्राचीन असून त्यातील कथा उच्च संस्कृतीच्या प्रतिक आहेत. : Folder : Page : Word/Phrase : Person Related Pages मैत्रेयी मैत्रेयी आख्यान मैत्रेयी - याज्ञवल्क्य संवाद आख्यान मैत्रेयी - याज्ञवल्क्य संवाद श्रीदत्तमाहात्म्य - अध्याय ४ था श्रीदत्तमाहात्म्य - अध्याय ४ था जन्मभूमीचे गीत जन्मभूमीचे गीत ठाकुर प्रसाद - सप्तम स्कन्ध सूची ठाकुर प्रसाद - सप्तम स्कन्ध सूची पंचत्रिंशोsध्याय: पंचत्रिंशोsध्याय: खंड ४ - अध्याय ५१ खंड ४ - अध्याय ५१ पूर्वार्ध - अभंग ५०१ ते ६०० पूर्वार्ध - अभंग ५०१ ते ६०० संकेत कोश - संख्या १०८ संकेत कोश - संख्या १०८ अथ श्रीगायत्रीसहस्रनामस्तोत्रम् अथ श्रीगायत्रीसहस्रनामस्तोत्रम् श्री रेणुका देवी माहात्म्य - अध्याय १ श्री रेणुका देवी माहात्म्य - अध्याय १ श्रीसप्तशतीगुरुचरित्र - अध्याय ३५ श्रीसप्तशतीगुरुचरित्र - अध्याय ३५ ॥प्रसंग॥ १०२ ॥प्रसंग॥ १०२ स्त्रीशिक्षा - प्रकरण १ लें स्त्रीशिक्षा - प्रकरण १ लें संकेत कोश - संख्या ४ संकेत कोश - संख्या ४ याज्ञवल्क्य आणि मैत्रेयी याज्ञवल्क्य आणि मैत्रेयी श्रीदत्तलीलामृताब्धिसार - प्रथमलहरी श्रीदत्तलीलामृताब्धिसार - प्रथमलहरी एकनाथी भागवत - श्लोक ३१ वा एकनाथी भागवत - श्लोक ३१ वा गुरुचरित्र - अध्याय पस्तीसावा गुरुचरित्र - अध्याय पस्तीसावा : Folder : Page : Word/Phrase : Person Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP