Dictionaries | References द दिनकर See also: दिन , दिनकरमणि Meaning Key Pages Related A Sanskrit English Dictionary | sa en | | दिन—कर mfn. mf(ई)n. making day or light See also: दिन - करदिन—कर m. m. the sun, [Kāv.] &c. See also: दिन - करN. of an आदित्य, [RāmatUp.] of the author of the wk.चन्द्रार्की मिश्र-द्° of a Sch. on [Śiś.] () See also: मिश्र - द्°of other men Shabda-Sagara | sa en | | दिनकर m. (-रः) The sun. E. दिन day, and कर who makes, कृ-ट . See also: दिन - कर - कृ-ट . A dictionary, Marathi and English | mr en | | The sun. Aryabhushan School Dictionary | mr en | | n m A day. m The sun. Related Words SUGGEST A NEW WORD! दिनकर : Folder : Page : Word/Phrase : Person Keyword Pages | Show All रामधारी सिंह "दिनकर" राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं। रश्मिरथी राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं। रश्मिरथी - कथावस्तु राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं। रश्मिरथी - प्रथम सर्ग - भाग १ राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं। रश्मिरथी - प्रथम सर्ग - भाग २ राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं। रश्मिरथी - प्रथम सर्ग - भाग ३ राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं। रश्मिरथी - प्रथम सर्ग - भाग ४ राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं। रश्मिरथी - प्रथम सर्ग - भाग ५ राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं। रश्मिरथी - प्रथम सर्ग - भाग ६ राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं। रश्मिरथी - प्रथम सर्ग - भाग ७ राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं। रश्मिरथी - द्वितीय सर्ग - भाग १ राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं। रश्मिरथी - द्वितीय सर्ग - भाग २ राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं। रश्मिरथी - द्वितीय सर्ग - भाग ३ राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं। रश्मिरथी - द्वितीय सर्ग - भाग ४ राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं। रश्मिरथी - द्वितीय सर्ग - भाग ५ राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं। रश्मिरथी - द्वितीय सर्ग - भाग ६ राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं। रश्मिरथी - द्वितीय सर्ग - भाग ७ राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं। रश्मिरथी - द्वितीय सर्ग - भाग ८ राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं। रश्मिरथी - द्वितीय सर्ग - भाग ९ राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं। रश्मिरथी - द्वितीय सर्ग - भाग १० राष्ट्र कवि "दिनकर" आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं। | Show All Related Pages | Show All श्रीदिनकरश्रीहिमकरस्तुति: श्रीदिनकरश्रीहिमकरस्तुति: रामधारी सिंह "दिनकर" - परिचय रामधारी सिंह "दिनकर" - परिचय दिनकर गोसावी रामदासी दिनकर गोसावी रामदासी ह्याळसेन कथा - अभंग २६ ते ५० ह्याळसेन कथा - अभंग २६ ते ५० श्रीरघुनाथ चरित्र - ओव्या ३५१ ते ३९६ श्रीरघुनाथ चरित्र - ओव्या ३५१ ते ३९६ सूर्याच्या आरत्या - नारायण चतुराक्षर वेदीं जो... सूर्याच्या आरत्या - नारायण चतुराक्षर वेदीं जो... श्रीरघुनाथ चरित्र - ओव्या १०१ ते १५० श्रीरघुनाथ चरित्र - ओव्या १०१ ते १५० दिनकरार्तिक्यम् दिनकरार्तिक्यम् दत्त आरती - जय जय श्रीअनसूयात्मज अवधू... दत्त आरती - जय जय श्रीअनसूयात्मज अवधू... सप्ताह अनुष्ठान - श्रीपाद पुण्यतिथी व सप्ताह समाप्ति सप्ताह अनुष्ठान - श्रीपाद पुण्यतिथी व सप्ताह समाप्ति उगवत असलेल्या सूर्यास उगवत असलेल्या सूर्यास कोकीळामहात्म्य - अध्याय बारावा कोकीळामहात्म्य - अध्याय बारावा श्रीआनंद - अध्याय सोळावा श्रीआनंद - अध्याय सोळावा कोकीळामहात्म्य - अध्याय अकरावा कोकीळामहात्म्य - अध्याय अकरावा शिवदिन केसरी शिवदिन केसरी काशी खंड - अध्याय २८ वा काशी खंड - अध्याय २८ वा संगीत शहा शिवाजी संगीत शहा शिवाजी विठ्ठल चित्रकवि विठ्ठल चित्रकवि श्रीकृष्ण माधुरी - पद २६ से ३० श्रीकृष्ण माधुरी - पद २६ से ३० मंगलाचरण मंगलाचरण पश्चात्तापपर पद पश्चात्तापपर पद पदसंग्रह - पदे ३२६ ते ३३० पदसंग्रह - पदे ३२६ ते ३३० मुक्तेश्वरांची कविता मुक्तेश्वरांची कविता पदसंग्रह - पदे ६११ ते ६१५ पदसंग्रह - पदे ६११ ते ६१५ पदसंग्रह - पदे ३५१ ते ३५५ पदसंग्रह - पदे ३५१ ते ३५५ मराठी पदें - पदे १९१ ते १९५ मराठी पदें - पदे १९१ ते १९५ गोसावीनंदनकृत पदें गोसावीनंदनकृत पदें भारुडे - कोंडे भारुडे - कोंडे पदसंग्रह - पदे १३१ ते १३५ पदसंग्रह - पदे १३१ ते १३५ बोधपर अभंग - ५४७१ ते ५४८० बोधपर अभंग - ५४७१ ते ५४८० झेंडागीत - ऊठा बंधुनो! प्रभात झाली झ... झेंडागीत - ऊठा बंधुनो! प्रभात झाली झ... अध्याय १४ वा - श्लोक ३३ अध्याय १४ वा - श्लोक ३३ मंडपकरणम् मंडपकरणम् चरित्र - भाग १ चरित्र - भाग १ दासोपंत चरित्र - पदे ५२६ ते ५५० दासोपंत चरित्र - पदे ५२६ ते ५५० बालक्रीडा - अभंग १५६ ते १६० बालक्रीडा - अभंग १५६ ते १६० सूर्याच्या आरत्या - सप्तमुखी अतिचपळ रथिं तुझ्... सूर्याच्या आरत्या - सप्तमुखी अतिचपळ रथिं तुझ्... भूत - ३४५ ते ३४९ भूत - ३४५ ते ३४९ श्रीरामजन्माचे अभंग श्रीरामजन्माचे अभंग पदसंग्रह - पदे ४११ ते ४१५ पदसंग्रह - पदे ४११ ते ४१५ भजन - गोरस डोईवर घेऊन , गोरस क... भजन - गोरस डोईवर घेऊन , गोरस क... श्रीकृष्ण माधुरी - पद १२१ से १२५ श्रीकृष्ण माधुरी - पद १२१ से १२५ करुणासागर - पदे ७५१ ते ८०० करुणासागर - पदे ७५१ ते ८०० श्री नवग्रह चालीसा - ॥ दोहा ॥ श्री गणपति गुरुप... श्री नवग्रह चालीसा - ॥ दोहा ॥ श्री गणपति गुरुप... पदसंग्रह - पदे २९१ ते २९५ पदसंग्रह - पदे २९१ ते २९५ अर्थालंकार - प्रतीप अर्थालंकार - प्रतीप हरिविजय - अध्याय १ हरिविजय - अध्याय १ अध्याय सहावा - समास दुसरा अध्याय सहावा - समास दुसरा सौ आनंदीबाई वझेकृत एकादशी भजने सौ आनंदीबाई वझेकृत एकादशी भजने वैशाख वद्य ७ वैशाख वद्य ७ | Show All : Folder : Page : Word/Phrase : Person Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. 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