Dictionaries | References आ आपघर की बापघर Meaning Key Pages Related मराठी वाक्संप्रदाय - वाक्यप्रचार | mr mr | | नवर्याचे घर किंवा बापाचे घर अशा दोनच स्थळी स्त्री सुरक्षित राहूं शकते. इतर ठिकाणी तिने राहाणे योग्य नाही. आपघर पहा. Related Words SUGGEST A NEW WORD! आपघर अही खाऊं की मही खाऊं करणें कालनिर्णयकोश - सप्तर्षियुग की कल्पना आपघर की बापघर अशी कर काट की त्यांत बने तुझा थाट आपल्या खालचें घोडें गेलें, मग त्यावर महार बसो की मांग बसो गोड पाण्यातला मासा तोंडाला गोड लागला की, पाण्याच्या एका कोंडीतून दुसर्या कोंडीत जायला मनुष्य उत्सुक होतो जीव की प्राण उपट सूळ (की) घे खांद्यावर घर भले की आपण भला आपले मांडी (गांडी) खालचे गेलें, मग त्यावर एक बसोत की दोन बसोत ‘ हीच की हिची आवय ’म्हळ्ळेले गादि आयुष्य काही कापसाचा तंतू नव्हे की, तोडूं म्हटल्या तुटेल नक्कारखानेमें तूती की आवाज केतकीचें पानबाई की की बात की बात, कुरापत की कुरापत काळोखी-की संगत-ति-संगतगूण की सोबतगुण आई गोड की खाई गोड आवैची चोळी धुवेक जावळ लागली की आवैचो अवतार सोंपलो अशी कोण भोळी की, दुसर्याचे नवर्याकरितां स्वतःच्या बांगड्या पिचवील? ऊठ की पळ बाहेर सुका-की-कें-सुका लफडा-डें विश्र्वासघातक-की नवरा मरो की नवरी मरो, उपाध्यास दक्षिणेचे कारण अशी लेक हवई, की घरोघर जांवई नानक (कहे) नन्हे होईजे जैसी दूब, और घांस जर जात है दूब खूब की खूब धनी कुंभार असो की परीट असो, गाढवाचे हाल कांहीं चुकत नाहींत घरी एकाचा स्वभाव वाकडा, की सर्व कुटुंबाचा बखेडा हाकाहांक-की कुत्र्याचें तोंड गाढवानें चाटलें व गाढवाचें तोंड कुत्र्यानें चाटले म्हणोन बाटते की काय की पिठाचे प्रकार सतरा संगत-संगत संतन की कर ले तो गढत गढत गढ जाय हाकाहाक or की गाढव माजला की तो अखेर आपलेंच मूत पितो आहे तीच स्थिति गोड वाटली की प्रगति खुंटली लेजे दान की दीजे प्राण अशी मुलगी फटाकडी की नवर्याला गाभण करील खाटक-की-खाटीक घातक or की जीवु गोडु की गोड गोड भडभुंजा-भडभुंजे की लडकी और केसरका टिकला हें गांवजेवण नव्हे, की घेतला थाळातांब्या नि चालला जेवायला आईचें दूध की गायीचें दूध आगरावर जा की डोंगरावर जा, पळसाला पानें तीनच अशी काय प्रभुची लीला, की मांजर काळी डोळा पिवळाः विश्र्वास की खूणगांठ शून्यमस्तक or की आवड असली की सवड आपोआप होते पर की आस, सदा निरास : Folder : Page : Word/Phrase : Person Search results No pages matched! Related Pages | Show All दांभिकास शिक्षा - ६०११ ते ६०२० दांभिकास शिक्षा - ६०११ ते ६०२० प्रेमचंद की कहानियाँ - अपनी करनी प्रेमचंद की कहानियाँ - अपनी करनी मातंगी कवच - ॥ श्रीदेव्युवाच ॥ साधु-सा... मातंगी कवच - ॥ श्रीदेव्युवाच ॥ साधु-सा... पत्नी का पत्र पत्नी का पत्र प्रेमचंद की कहानियाँ - धिक्कार प्रेमचंद की कहानियाँ - धिक्कार प्रेमचंद की कहानियाँ - गैरत की कटार प्रेमचंद की कहानियाँ - गैरत की कटार प्रेमचंद की कहानियाँ - आखिरी मंजिल प्रेमचंद की कहानियाँ - आखिरी मंजिल विदा विदा प्रेमचंद की कहानियाँ - त्रिया चरित्र प्रेमचंद की कहानियाँ - त्रिया चरित्र मन्त्रमहोदधि - पञ्चविंश तरङ्ग मन्त्रमहोदधि - पञ्चविंश तरङ्ग गूंगी गूंगी प्रेमचंद की कहानियाँ - राजहठ प्रेमचंद की कहानियाँ - राजहठ प्रेमचंद की कहानियाँ - मनावन प्रेमचंद की कहानियाँ - मनावन प्रेमचंद की कहानियाँ - दिल की रानी प्रेमचंद की कहानियाँ - दिल की रानी प्रेमचंद की कहानियाँ - पंच परमेश्वर प्रेमचंद की कहानियाँ - पंच परमेश्वर धन की भेंट धन की भेंट प्रेमचंद की कहानियाँ - माँ प्रेमचंद की कहानियाँ - माँ प्रेमचंद की कहानियाँ - बड़े बाबू प्रेमचंद की कहानियाँ - बड़े बाबू अन्तिम प्यार से अन्तिम प्यार से श्री शिवा बावनी श्री शिवा बावनी सूरह - अल्अन्फाल सूरह - अल्अन्फाल कंचन कंचन सूरह - अन्निसा सूरह - अन्निसा तिरसूल तिरसूल सूरह - यूनुस सूरह - यूनुस प्रेमचंद की कहानियाँ - आख़िरी तोहफ़ा प्रेमचंद की कहानियाँ - आख़िरी तोहफ़ा श्रीनायिका कवचम् - ॥ श्री उन्मत्त-भैरव उवाच ... श्रीनायिका कवचम् - ॥ श्री उन्मत्त-भैरव उवाच ... सूरह - आलिइमरान सूरह - आलिइमरान प्रेमचंद की कहानियाँ - आत्माराम प्रेमचंद की कहानियाँ - आत्माराम प्रेमचंद की कहानियाँ - मंत्र प्रेमचंद की कहानियाँ - मंत्र प्रेमचंद की कहानियाँ - धिक्कार प्रेमचंद की कहानियाँ - धिक्कार प्रेमचंद की कहानियाँ - दुर्गा का मन्दिर प्रेमचंद की कहानियाँ - दुर्गा का मन्दिर प्रेमचंद की कहानियाँ - नबी का नीति-निर्वाह प्रेमचंद की कहानियाँ - नबी का नीति-निर्वाह प्रेमचंद की कहानियाँ - बड़े घर की बेटी प्रेमचंद की कहानियाँ - बड़े घर की बेटी सोमवार व्रत सोमवार व्रत मन्त्रमहोदधि - द्वितीय तरङ्ग मन्त्रमहोदधि - द्वितीय तरङ्ग प्रेमचंद की कहानियाँ - इज्ज़त का ख़ून प्रेमचंद की कहानियाँ - इज्ज़त का ख़ून विद्रोही विद्रोही पाषाणी पाषाणी सूरह - अन्नम्ल सूरह - अन्नम्ल प्रेमचंद की कहानियाँ - झाँकी प्रेमचंद की कहानियाँ - झाँकी प्रेमचंद की कहानियाँ - शंखनाद प्रेमचंद की कहानियाँ - शंखनाद दोहे - २५१ से ३०० दोहे - २५१ से ३०० भिखारिन भिखारिन नई रोशनी नई रोशनी प्रेमचंद की कहानियाँ - बोहनी प्रेमचंद की कहानियाँ - बोहनी सूरह - अल् आअराफ सूरह - अल् आअराफ प्रेमचंद की कहानियाँ - इस्तीफा प्रेमचंद की कहानियाँ - इस्तीफा प्रेमचंद की कहानियाँ - सिर्फ एक आवाज प्रेमचंद की कहानियाँ - सिर्फ एक आवाज प्रेमचंद की कहानियाँ - शांति प्रेमचंद की कहानियाँ - शांति | Show All : Folder : Page : Word/Phrase : Person Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP