मराठी मुख्य सूची|मराठी साहित्य|मराठी व्याकरण|छंदोमंजरी|समवृत्तें| अतिकृति समवृत्तें उक्ता अत्युक्ता मध्या प्रतिष्ठा सुप्रतिष्ठा गायत्री उष्णिक् अनुष्टुप् अनुष्टुप् बृहती पंक्ति पंक्ति त्रिष्टुप् त्रिष्टुप् त्रिष्टुप् त्रिष्टुप् जगती जगती जगती शक्वरी प्रतिष्ठा अष्टि अत्यष्टि धृति अतिधृति कृति प्रकृति आकृति विकृति संस्कृति अतिकृति उत्कृति पंचवीस अक्षरी वृत्तें - अतिकृति कांही नियमित अक्षरांत लघु-गुरूंच्या विशिष्ट क्रमाने रचना करून दाखविणे हेंच तें होय. Tags : grammermarathiमराठीवृत्तव्याकरण अतिकृति Translation - भाषांतर क्रौंचपदाः - क्रौंचपदा म्मौ स्भौ नननान्गाविषुशरवसुमुनियति घडे ।भीरु कमाना भासति सुभ्रू भुजनयन निरखुनि सुख न दिसतें ।ती कपिलाभा पिंगलकेशा बहुत कलह करि अतिशय रुसतें ॥लांबहूनी स्थूल शिरानीं नुमजति चरणतल वरजघन तें ।ती ढकलावी क्रौचपदा स्त्री जरि बहु सुख मनिं अभिलषसि जिते ॥१५२॥ N/A References : N/A Last Updated : March 02, 2018 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP