हिंदी सूची|भारतीय शास्त्रे|तंत्र शास्त्र|कामाख्या तंत्र| कुमारी पूजन कामाख्या तंत्र कामाख्या देवी सिद्धि विधान सिद्ध मंत्र लक्ष्मी सरस्वती कम्बलेश्वर देवी पूजा पटल कुमारी पूजन विशेष पूजनाध्याय तिथि नैवैद्य मास विधि आचार्य पूजन कामाख्या दर्शन - कुमारी पूजन कामाख्या देवी का दूसरा नाम हर गौरी मूर्ती या भोग मूर्ती है । Tags : kamakhyashastratantraकामाख्यातंत्रशास्त्र कुमारी पूजन Translation - भाषांतर भक्त को देवीजी की अतिशय प्रसन्नता के लिए कुमारी कन्याओं को भोजन अवश्य खिलाना चाहिए । ये कुमारियाँ संख्या ९ में होनी चाहिए । इनमें २ वर्ष से कम तथा १० वर्ष से अधिक की कन्याएँ नहीं होनी चाहिए । इन ९ कुमारी देवियों के नाम मन्त्र क्रमशः ये हैं - १. कुमार्ये नमः, २. त्रिमुर्त्यै नः, ३. कल्याण्यै नमः, ४. रोहिण्यै नमः, ५. कालिकायै नमः, ६. चण्डिकोयै नमः, ७. शाम्भव्यै नमः, ८. दुर्गायै नमः तथा ९. सुभद्रायै नमः । इन कुमारियों में हीनांगी, अधिकांगी, कुरुपा नहीं होनी चाहिए । इनका इन्ही मन्त्रों से पूजन कर भोजन कराए । जब कुमारी देवी भोजन कर लें तो उनसे अपने सिर पर अक्षत छुड़वाए और उन्हें दक्षिणा दें । इस तरह करने पर महामाया भगवती अत्यनत प्रसन्न होकर अपनी सिद्धि देती है और साधक के मनोरथों को पूर्ण कर देती हैं । N/A References : N/A Last Updated : July 11, 2009 Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP