भजन, - जसौदा तेरे भागकी कही ...

हरिभक्त कवियोंकी भक्तिपूर्ण रचनाओंसे जगत्‌को सुख-शांती एवं आनंदकी प्राप्ति होती है।


जसौदा तेरे भागकी कही न जाय ।

जो मूरति ब्रह्मादिक दुरलभ सो प्रगटे हैं आय ॥

सिव नारद सनकादि महामुनि मिलिबे करत उपाय ।

ते नँदलाल धूरि-धूसर-बपु रहत गोद लिपटाय ॥

रतन जड़ित पौढ़ाय पालनै बदन देखि मुसुकाइ ।

झूलौ मेरे लाल बलिहारी परमानंद जस गाइ ॥

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Last Updated : December 21, 2007

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