फाल्गुन कृष्णपक्ष व्रत - मास शिवरात्रि

व्रतसे ज्ञानशक्ति, विचारशक्ति, बुद्धि, श्रद्धा, मेधा, भक्ति तथा पवित्रताकी वृद्धि होती है ।


मास - शिवरात्रि

( मदनरत्न ) - यह व्रत चैत्रादि सभी महीनोंकी कृष्ण २ चतुर्दशीको किया जाता है । इसमें त्रयोदशीविद्धा बहुत राततक रहनेवाली चतुर्दशी ली जाती है । कारण यह है कि इसमें भी महाशिवरात्रिके समान चारों पहरोंमें पूजा और जागरण किया जाता है । इसमें जया ( त्रयोदशी ) का योग अधिक फलदायी होता है । इस व्रतका प्रथमारम्भ दीपावली या मार्गशीर्षसे करना चाहिये ।

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Last Updated : January 01, 2002

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