करावलोकन

प्रस्तुत पूजा प्रकरणात भिन्न भिन्न देवी-देवतांचे पूजन, योग्य निषिद्ध फूल यांचे शास्त्र शुद्ध विवेचन आहे.


ब्राह्म-मुहूर्तमें जागरण -- सूर्योदयसे चार घड़ी ( लगभग डेढ़ घंटे ) पूर्व ब्राह्ममुहूर्तमें ही जग जाना चाहिये । इस समय सोना शास्त्रमें निषिध्द है ।
==
करावलोकन -- आँखोंके खुलते ही दोनों हाथोंकी हथेलियोंको देखते हुए निम्नलिखित श्लोकका पाठ करे--
कराग्रे वसते लक्ष्मी: करमध्ये सरस्वती ।
करमूले स्थितो ब्रह्मा प्रभाते करदर्शनम् ॥
(आचारप्रदीप)
'हाथके अग्रभागमें लक्ष्मी, हाथके मध्यमें सरस्वती और हाथके मूलभागमें ब्रह्माजी निवास करते हैं, अत: प्रात:काल सोनों हाथोंका अवलोकन करना चाहिये ।'

N/A

References : N/A
Last Updated : November 25, 2018

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP