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स्त्री. मधापासून गाळलेलें मद्य . गौडी , माधवी , पैष्टी हीं तीन प्रकारचीं मद्यें आहेत . [ सं . मधु = मध ]
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स्त्री. चंद्राची सतरावी कळा . ' नेणों ते कैसीं चांदिणे यांची माधवी । जडा समुद्रांतें ही माजवी । भरितेयाचें निमिसें वोल्हावी । पृथ्वियेसी । ' - नरुस्व ५०५ . ( सं .)
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माधवी n. नहुषकुलोत्पन्न राज ययाति की कन्या [म.उ.११३.४५५] । यह अल्पायु थी । एक ब्रह्मनिष्ठ ने इसे वरदान दिया था कि, यह चाहे जितने बार पुत्र उत्पन्न करे, लेकिन इसका यौवन सदैव एक सा रहेंगा एवं पुत्र उत्पन्न कर के भी यह चिरकुमारी रहेगी ।
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माधवी n. एक बार गुरुदक्षिणा में सहायता प्राप्त करने के लिए गालव ऋषि ययाति के पास आया । उस समय गालव ऋषि का सारा पैसा पुण्यकार्य में खर्च हो गया था, किंतु उसे अपने गुरु विश्वामित्र को दक्षिणा कही न कही से देनी ही थी । ययाति के पास धन की कमी न थी, किंतु गालव ऋषि को देने के लिए उसके पास वैसें आठ सौ अश्व न थे, जिसे कि गालव ऋषि ने विश्वामित्र के लिये ययाति से मॉंगे थे । अतएव उसने अपनी पुत्रे गालव को दे कर कहा, ‘तुम मेरी पुत्री को ले सकते हो, दूसरे राजा को इसे दे कर तुम उससे धन ही नहीं, बल्कि राज्य भी प्राप्त कर सकते हो [म.उ.११४] ।
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