Dictionaries | References

चार खावपी

   
Script: Devanagari

चार खावपी

कोंकणी (Konkani) WordNet | Konkani  Konkani |   | 
 adjective  तण वा चार खवपी (प्राणी)   Ex. गाय, बोकडी बी चार खावपी प्राणी
MODIFIES NOUN:
जनावर
ONTOLOGY:
संबंधसूचक (Relational)विशेषण (Adjective)
SYNONYM:
तण खावपी गवत खावपी
Wordnet:
bdगांसो जाग्रा
benতৃণভোজী
gujતૃણચર
hinतृणचर
kanಹುಲ್ಲು ತಿನ್ನುವ
kasگاسہٕ کھٮ۪نہٕ وول
malപുല്ലു തിന്നുന്ന മൃഗങ്ങള്
marतृणचर
mniꯅꯥꯄꯤ ꯁꯤꯡꯕꯤ꯭ꯆꯥꯕ
nepतृणचर
oriତୃଣଭୋଜୀ
panਤ੍ਰਿਣਚਰ
tamபுல் மேய்கிற
telశాఖాహారియైన

Related Words

चार पैसे   चार खावपी   चार   चार तोला   चार तोळे   चार मीनार   गवत खावपी   तण खावपी   खावपी   ४ कोटी   लाब खावपी   चार मिनार   फुक्याचें खावपी   गोड खावपी   फायदो खावपी   फुक्याचो खावपी   भाकरी खावपी      grass-eating   iv   4   ಹುಲ್ಲು ತಿನ್ನುವ   புல் மேய்கிற   പുല്ലു തിന്നുന്ന മൃഗങ്ങള്   گاسہٕ کھٮ۪نہٕ وول   चार दोष   चार सितारा   चार गुणा   चारमीनार   चार अक्षरें   तृणचर   ਤ੍ਰਿਣਚਰ   ତୃଣଭୋଜୀ   તૃણચર   चार दीस मांयचे, चार दीस सुनेचे   चार दिशांस चार व वर सूर्य   चार चांद लगना   चार चांद लगाना   चार दिन की चांदनी   चार दिवस सासूचे, चार दिवस सुनेचे   चार खुंट जहागीर   चार खुंटांची जहागीर   चार चाँद लगना   चार चाँद लगाना   दो चार होना   खर्‍याखोट्यामध्यें चार बोटांचें अंतर   चार खुंटपर्यंत कीर्ति होणें   चार दिन की चाँदनी   चारमिनार   गवत   നാല് നക്ഷത്രങ്ങളുള്ള   ಫೋರ್ ಸ್ಟಾರ್   శాఖాహారియైన   ಸಿಹಿ ತಿಂಡಿಯ   कबाब खावपी   सगलें खावपी   अन्न खावपी   नाखटां खावपी   दोन हातांचे चार हात होणें   चार लोकांत खाली पाहण्याचा प्रसंग   चौथा   डोळ्याकानाचें अंतर, चार बोटांचा फेर   आला मानकरी, चार खुंटाची जहागिरी   आहारी   তৃণভোজী   देवनेमें और सुननमें चार उंगलका फरक   മധുരക്കൊതിയനായ   गोडघाशा   मिष्टप्रिय   आँखे होते चार, दिलमें आया पियार   मुलें झालीं ना चार? मग झाला संसार   गांसो जाग्रा   گھاس خور   चोराची मौज चार दिवस, छिनालीची आठवडा   بٕتھہٕ کٮ۪ن آسُن   quadruplet   quatern   quaternion   quaternity   दोन हात करप   tetrad   little joe   सरणावर नुसतें भाजून खावपी   চার তোলা   ਚਾਰ ਤੋਲਾ   ଚାରି ତୋଳା   ચાર તોલા   जिवाचे चार चार करणें   चार घेणें, चार देणें   ژوٚر تولہٕ   चार पायां घॉडॉ चुक्‍ता, दोन पायां मनीस चुक्‍त्‍या चड?   four   धीरज धरम मितर और नार, आपतकाल परखते चार   चार महिने झोपेंचें व्रत केले, गुण नाहीं दिला देवानें   चौपट   कबाबी   four times   खापर्‍या चार   कुत्र्याची चार   चतुर्   
Folder  Page  Word/Phrase  Person

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP