Dictionaries | References

मैत्रायणी संहिता

मैत्रायणी संहिता;Maitrāyaṇī-saṃhitā;Maitrāyaṇī-saṃhitā  
Variations : मै. सं.; Maitrā.; MaitrS.; Maitr.

  |  
यज्   यज्ञकुणपी   यज्ञता   यज्ञपुरुषासम्मित   यज्ञवचस्   यज्ञावचर   यतरत्र   यथालोकम्   यद्रियञ्च्   यद्र्यञ्च्   यन्तव्य   यमदेवत्य   यमलोक   यमश्व   यव्य   यातव्य   यानी   यावत्तरसम्   यावत्प्रिय   यु   युगशरम्   युग्मदयुज   युध्   योनितस्   योनिमत्   रक्षस्   रक्षोदेवत्य   रजःशय   रथकृत्स्न   रथगृत्स   रथप्रोत   रथरेष   रथाङ्ग   रथौजस्   रामकायण   रावट्   राष्ट्रदा   राष्ट्रिय   राष्ट्रीय   रि   री   रुचि   रुज्   रुध्   रेज्   रेतस्वत्   रेशी   रेष्मण्य   रोचस्   रोचुक   रोच्   रोच्य   रोर   रोहितक   रोहितरूप   रोहीतक   लापु   लुप्   लेलाय   लोकविद्   लोहितायस   वत्सनिकान्त   वनर्षद्   वपाश्रवणी   वभ्रुक   वयुन   वयुनाध   वयुनाधा   वरण   वरुणगृहपति   वरुणदेवत्य   वशात्व   वसीयोभूय   वसुक   वस्   वस्यष्टि   वाक   वाक्पूत   वाचमिन्व   वाजप्रसव्य   वात्सबन्धविद्   वामदेवरथ   वामन   वामभृत्   वायव्य   वायुसवितृ   वायुसवित्र   वायोयानी   वारवन्तीय   वारुक   वार्यवृत   वालतुष   वास्त्व   विक्रिड   विचक्षस्   विज्ञातस्थाली   वित्तायन   विद्युत्सनि   विन्दत्वती   विपूजन   विप्रु   विबोभुवत्   विभूमत्   विभूवस्   विया   विरोह   विलप्   विवस्वत्   विशप्त   विशिश्ना   विश्वजनीन   विश्वतश्चक्षुस्   विश्वतस्पद्   विश्वतोहस्त   विश्वदाव्य   विश्वशम्भू   विश्वश्री   विष्णुमुख   विष्ण्वनुष्ठित   विसृज्   विस्रंसिका   विह्वारुक   वीकृड   वीरजनन   वीरस्थ   वृत्रतूर्   वृश   वृषणश्व   वृष्   वृष्टिकाम   वृष्टिद्यावन्   वृष्टिसनि   वेदत्व   वेदित्व   वेशत्व   वेशभगीन   वेशयमन   वेष्टुक   वैतहोत्र   वैदेह   वैदेही   वैनतेय   वैयशन   वैश्वदेवाग्निमारुत   वैसर्जनत्व   व्यकृड   व्यवव्ली   व्यवस्रु   व्यायुक   व्यावृत्   व्यावृत्त   व्युप्तकेश   व्ली   व्लेष्कहत   शक्वरीत्व   शण्ड   शतदाय   शतपाद्   शतभिष   शतवलिश   शतशल   शतेध्म   शमयितृ   शमयितृका   शमाय   शार्ग   शितिककुद्   शितिकक्ष   शितिबाहु   शितिरन्ध्र   शिमिद्वत्   शिरोग्रीव   शीरि   शीरी   शीर्षाहार्य   शुकबभ्रु   शुकहरि   शुचिवृक्ष   शुच्यदक्ष   शुण्ठ   शुण्ठाकर्ण   शुद्धवाल   शुशुलूका   शुष्कदृति   शृङ्गाभिहित   शैनेय   श्चर्   श्मशानचित्   श्यापर्ण   श्यैनेय   श्रीकरण   श्रीकाम   श्रेमन्   श्रोणिमत्   श्वनी   श्वपति   श्वस्   श्वस्तनी   श्वाविध्   श्वेतोपकाश   
  |  
Folder  Page  Word/Phrase  Person

Comments | अभिप्राय

Comments written here will be public after appropriate moderation.
Like us on Facebook to send us a private message.
TOP