Dictionaries | References द दिक्पाल Meaning Key Pages Related A Sanskrit English Dictionary | sa en | | दिक्—पाल m. m. = -पति, [Rājat. iv, 225.] See also: दिक् - पाल Shabda-Sagara | sa en | | दिक्पाल m. (-लः) A regent of a quarter of the universe, INDRA of the east; AGNI of the south-east; Yama of the south; NAIRRIT of the south-west; VARUNA of the west; MARUTA of the north-west; KUVERA of the north; ISANA of the south-east. E. दिश्, and पाल who protects: this word applicable to the Dikpatis, (see the last,) as that term is to these also. See also: दिश् - पाल Aryabhushan School Dictionary | mr en | | m A regent of a quarter. There are eight. Related Words SUGGEST A NEW WORD! दिक्पाल अष्ट दिक्पाल : Folder : Page : Word/Phrase : Person Keyword Pages दिक्पाल देवताओंकी स्थापना ईश्वरोन्मुख होनेके बाद मनुष्यको परमात्माके वास्तविक तत्वक परिज्ञान होने लगता है और फिर वह सदा सर्वदाके लिये जीवमुक्त हो जाता है, इसीलिये सारे कर्म शा.. : Folder : Page : Word/Phrase : Person Related Pages | Show All दश दिक्पाल-पूजन दश दिक्पाल-पूजन कर्णवेध ( कान टोचणे ) संस्कार कर्णवेध ( कान टोचणे ) संस्कार तृतीयपरिच्छेद - अन्नप्राशन संस्कार तृतीयपरिच्छेद - अन्नप्राशन संस्कार अर्थालंकार - पर्यायोक्त अर्थालंकार - पर्यायोक्त शिवभारत - अध्याय सहावा शिवभारत - अध्याय सहावा अध्याय ७४ वा - श्लोक १० ते १५ अध्याय ७४ वा - श्लोक १० ते १५ खंड ४ - अध्याय ५२ खंड ४ - अध्याय ५२ खंड २ - अध्याय ५९ खंड २ - अध्याय ५९ होमविधान होमविधान कालीतंत्र - महाकाली के ऐश्वर्यदायी मंत्र कालीतंत्र - महाकाली के ऐश्वर्यदायी मंत्र मन्त्रमहोदधि - सप्तम तरङ्ग मन्त्रमहोदधि - सप्तम तरङ्ग प्रथम पाद - देवताओंकी पराजय प्रथम पाद - देवताओंकी पराजय खंड ६ - अध्याय २७ खंड ६ - अध्याय २७ पूजा विधी - सतोरण द्वारपाल दिक्पाल पूजनम् पूजा विधी - सतोरण द्वारपाल दिक्पाल पूजनम् श्रीवामन अवतारचरित्र श्रीवामन अवतारचरित्र कथामृत - अध्याय पंधरावा कथामृत - अध्याय पंधरावा षोडशसंस्कारः - प्रस्तावना षोडशसंस्कारः - प्रस्तावना श्रीदत्तमाहात्म्य - अध्याय ३ रा श्रीदत्तमाहात्म्य - अध्याय ३ रा दत्तलहरि दत्तलहरि काशीखंड - अध्याय ४९ वा काशीखंड - अध्याय ४९ वा २४ नक्षत्रे व नक्षत्र देवता २४ नक्षत्रे व नक्षत्र देवता अध्याय साँतवा - श्लोक २१ से ४० अध्याय साँतवा - श्लोक २१ से ४० पांडवप्रताप - अध्याय १४ वा पांडवप्रताप - अध्याय १४ वा पांडवप्रताप - अध्याय ६३ वा पांडवप्रताप - अध्याय ६३ वा काशीखंड - अध्याय ४२ वा काशीखंड - अध्याय ४२ वा अध्याय पहला - श्लोक ८१ से १०० अध्याय पहला - श्लोक ८१ से १०० मन्त्रमहोदधि - षोडश तरङ्ग मन्त्रमहोदधि - षोडश तरङ्ग मन्त्रमहोदधि - द्वाविंश तरङ्ग मन्त्रमहोदधि - द्वाविंश तरङ्ग सप्तदश पटल - अमहाचीनाचार सप्तदश पटल - अमहाचीनाचार एकादश पटल - स्वरुपकीर्तन एकादश पटल - स्वरुपकीर्तन रामज्ञा प्रश्न - प्रथम सर्ग - सप्तक ६ रामज्ञा प्रश्न - प्रथम सर्ग - सप्तक ६ अध्याय बारहवाँ - श्लोक ४१ से ६० अध्याय बारहवाँ - श्लोक ४१ से ६० अध्याय बारहवाँ - श्लोक ६१ से ७९ अध्याय बारहवाँ - श्लोक ६१ से ७९ मंत्रप्रकरण - अन्नपूर्णामंत्र मंत्रप्रकरण - अन्नपूर्णामंत्र विनय पत्रिका - विनयावली १७९ विनय पत्रिका - विनयावली १७९ पांडवप्रताप - अध्याय २४ वा पांडवप्रताप - अध्याय २४ वा संकेत कोश - संख्या ८ संकेत कोश - संख्या ८ सप्तम पटल - कुमारीस्तोत्र सप्तम पटल - कुमारीस्तोत्र पांडवप्रताप - अध्याय २५ वा पांडवप्रताप - अध्याय २५ वा चमत्कारचन्द्रिका - अष्टमो विलासः चमत्कारचन्द्रिका - अष्टमो विलासः दिक्पाल देवताओंकी स्थापना दिक्पाल देवताओंकी स्थापना मन्त्रमहोदधि - पञ्चदश तरङ्ग मन्त्रमहोदधि - पञ्चदश तरङ्ग मन्त्रमहोदधि - द्वितीय तरङ्ग मन्त्रमहोदधि - द्वितीय तरङ्ग सार्थ श्रीसत्यनारायण पूजा व्रत सार्थ श्रीसत्यनारायण पूजा व्रत अध्याय दहावा - श्लोक ५१ ते १०० अध्याय दहावा - श्लोक ५१ ते १०० वास्तुप्रकरणम् - श्लोक ९१ ते ११२ वास्तुप्रकरणम् - श्लोक ९१ ते ११२ अंक पहिला - प्रवेश दुसरा अंक पहिला - प्रवेश दुसरा मन्त्रमहोदधि - नवम तरङ्ग मन्त्रमहोदधि - नवम तरङ्ग आश्लेषा नक्षत्र देवता स्थापन आश्लेषा नक्षत्र देवता स्थापन अध्याय पहला - श्लोक १०१ से १२८ अध्याय पहला - श्लोक १०१ से १२८ | Show All : Folder : Page : Word/Phrase : Person Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP