Dictionaries | References ज ज्वल Meaning Pages Related A Sanskrit English Dictionary | sa en | | ज्वल m. m. ([Pāṇ. 3-1, 140]) flame, [W.] The Practical Sanskrit-English Dictionary | sa en | | ज्वल [jvala] a. a. [ज्वल्-अच्] Flaming, blazing. Bright, brilliant. -लः Flame, blaze, light; लिम्पैरिव तनोर्वातैश्चेतयः स्याज्ज्वालो न कः [Bk.6.79.] Shabda-Sagara | sa en | | ज्वल r. 1st cl. (ज्वलति,) or with a prefix, r. 10th cl. (प्रज्वलयति-ते) 1. To shine to blaze, to flame. 2. To be ardent. 3. To kindle E. भ्वा-प-अक-सेट् चु० उ० . See also: भ्वा-प-अक-सेट् - चु० उ० .ज्वल mfn. (-लः-ला-लं) Blazing, shining. m. (-लः) Flame, blaze, light. E. ज्वल् to blaze, affix अच्; also ज्वाल. See also: ज्वल् - अच्; - ज्वाल Related Words SUGGEST A NEW WORD! ज्वल : Folder : Page : Word/Phrase : Person Search results No pages matched! Related Pages सिद्धकुञ्चिकास्तोत्रम् - शिव उवाच श्रुणु देवि प्र... सिद्धकुञ्चिकास्तोत्रम् - शिव उवाच श्रुणु देवि प्र... ललितार्चन चंद्रिका - भूतशुद्धिः ललितार्चन चंद्रिका - भूतशुद्धिः देवी कवच - सिद्धकुज्जिकास्तोत्रम् देवी कवच - सिद्धकुज्जिकास्तोत्रम् अध्याय ७३ - सुदर्शनचक्रादिप्रतिष्ठाकथनम् अध्याय ७३ - सुदर्शनचक्रादिप्रतिष्ठाकथनम् ललितार्चन चंद्रिका - नित्यादेवीयजनम् ललितार्चन चंद्रिका - नित्यादेवीयजनम् ललितार्चन चंद्रिका - अथ लधुपुजा ललितार्चन चंद्रिका - अथ लधुपुजा अध्याय १४७ - त्वरितापूजादिः अध्याय १४७ - त्वरितापूजादिः अध्याय ३१० - त्वरितामन्त्रादिः अध्याय ३१० - त्वरितामन्त्रादिः अध्याय ६३ - सुदर्शनचक्रादिप्रतिष्ठाकथनं अध्याय ६३ - सुदर्शनचक्रादिप्रतिष्ठाकथनं प्रतिमारक्षणम् प्रतिमारक्षणम् अध्याय १४२ - मन्त्रौषधादिः अध्याय १४२ - मन्त्रौषधादिः अध्याय ३१५ - ग्रन्थप्रस्तावना अध्याय ३१५ - ग्रन्थप्रस्तावना अध्याय २९५ - दष्टचिकित्सा अध्याय २९५ - दष्टचिकित्सा देवीची आरती - श्री शारदीय अश्विन-च... देवीची आरती - श्री शारदीय अश्विन-च... दुर्गा सप्तशती - कुञ्जिकास्तोत्रम् दुर्गा सप्तशती - कुञ्जिकास्तोत्रम् सामानुष्ठानः - मंत्र १ सामानुष्ठानः - मंत्र १ क्रिया कैरव चन्द्रिका - त्रयस्त्रिंशः परिच्छेदः क्रिया कैरव चन्द्रिका - त्रयस्त्रिंशः परिच्छेदः सामानुष्ठानः - मंत्र २ सामानुष्ठानः - मंत्र २ सार्थ श्रीमहाभारतसुभाषितानि - वचन ८१ ते १०० सार्थ श्रीमहाभारतसुभाषितानि - वचन ८१ ते १०० खंड ४ - अध्याय ४१ खंड ४ - अध्याय ४१ मन्त्रमहोदधि - द्वादश तरङ्ग मन्त्रमहोदधि - द्वादश तरङ्ग श्री नारदीयमहापुराणम् - नामाशीतितमोऽध्यायः श्री नारदीयमहापुराणम् - नामाशीतितमोऽध्यायः त्रेतायुगसन्तानः - अध्यायः २६६ त्रेतायुगसन्तानः - अध्यायः २६६ सुदर्शन सहस्रनाम स्तोत्रम् सुदर्शन सहस्रनाम स्तोत्रम् शिवकवचम् शिवकवचम् मन्त्रमहोदधि - चतुर्दश तरङ्ग मन्त्रमहोदधि - चतुर्दश तरङ्ग मन्त्रमहोदधि - षोडश तरङ्ग मन्त्रमहोदधि - षोडश तरङ्ग : Folder : Page : Word/Phrase : Person Comments | अभिप्राय Comments written here will be public after appropriate moderation. Like us on Facebook to send us a private message. TOP